बसिया: अस्ताचलगामी सूर्य को साक्षी मानकर बसिया अनुमण्डल मुख्यालय के साथ बहने वाली दक्षिणी कोयल नदी के विहंगम तट पर आज देव दीपावली का भव्य आयोजन किया गया.
ज्ञातव्य है यहां प्रति वर्ष बड़े हर्षोल्लास व भक्तिभाव के साथ कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर इसका आयोजन किया जाता है.
इस परंपरा का निर्वाह करते हुए इस वर्ष भी सूर्यास्त होते ही दक्षिणी कोयल नदी के बीचों बीच स्थित नकटी देवी के पावन सानिघ्य में बनारस से आए विद्वान पुरोहित पं. अमित पाठक व पं. कामेश्वर के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा आरती व गंगा पूजन करते हुए 15001 दीपों से दक्षिणी कोयल नदी का श्रृंगार किया गया.
उल्लेखनीय है कि पारंपरिक तौर पर होने वाले इस आयोजन में बड़ी संख्या में आम श्रद्धालुओं की उपस्थिति दर्ज की गई जबकि अहले सुबह से ही ग्रामीणों का लक्ष्य दक्षिणी कोयल का यह घाट बना रहा.
बताते चलें कि सूर्यदेव के क्षितिज पर आने के पूर्व से ही बड़ी संख्या में पुरूष और महिलाओं ने नदी की धार में श्रद्धा की डुबकी लगाने का कार्य किया और दीप दान कर इस अनुष्ठान का अगाज किया.
संध्या काल में गंगा आरती को यहां इस पूरे अवसर का मुख्य आकर्षण माना जाता है और आज भी आतिशबाजी के बीच इसके भव्य आयोजन ने लोगों को निराश नहीं किया.
कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण करते हुए आयोजित भंडारे में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.