रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा को मनाने में पार्टी नेतृत्व को कामयाबी मिली है. टिकट नहीं मिलने के कारण भवनाथपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल करने वाले मानस सिन्हा ने नामांकन वापस ले लिया.
उन्हें मनाने की जिम्मेवारी पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी और मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री उमंग सिंघार को सौंपी गयी थी और उनके समझाने के बाद मानस सिन्हा ने नामांकन वापस ले लिया.
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बाद में पत्रकारों से बातचीत में मानस सिन्हा ने कहा कि उन्होंने सिर्फ प्रतिकात्मक विरोध स्वरूप नामांकन दाखिल किया था कि टिकट देने में पार्टी कार्यकर्त्ताओं को नजरअंदाज किया गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश और सह प्रभारी उमंग सिंघार के समझाने के बाद नामांकन वापस लिया.
इस मौके पर उमंग सिंघार ने कहा कि पार्टी में टिकट वितरण से कई लोगों की नाराजगी स्वभाविक है, लेकिन संगठन की यह कोशिश होती है कि सबसे पहले नाराज लोगों को समझाया जा सके.
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गौरतलब है कि कांग्रेस ने भवनाथपुर विधानसभा से डी.के. यादव को उम्मीदवार बनाया है, जिसके बाद इस सीट में काफी दिनों से सक्रिय होकर काम कर रहे प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा ने पहले आजसू पार्टी का सिंबल प्राप्त करने की कोशिश की और जब सिंबल मिलने में विलंब हुआ, तो उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ही पर्चा दाखिल कर दिया. हालांकि बाद में आजसू पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतो ने उनका पार्टी में स्वागत करते हुए समर्थन देने की बात कही थी.