जमशेदपुर: आज झारखंड को विरासत में मिले भ्रष्टाचार की पहचान को भाजपा सरकार ने खत्म किया है. सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाओं की मदद से राज्य को स्कैम झारखंड से स्किल्ड झारखंड बनाया :उक्त बातें झारखंड भाजपा प्रवक्ता व कोल्हान मीडिया सेंटर के प्रभारी अजय राय ने आज जमशेदपुर के जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के दौरा के उपरांत एक प्रेस बयान जारी कर कहीं.
उन्होंने कहा कि कोल्हान की जनता के आशीर्वाद से अबकी बार झारखण्ड में वंशवाद और भ्रष्टाचार पर हमें अंतिम प्रहार करना है. झारखण्ड ने 14 साल वंशवादी पार्टियों का दंश झेला है. केवल सोरेन और गांधी परिवार के विकास के लिए जेएमएम और कांग्रेस ने राज्य के विकास से समझौता किया.
झारखण्ड की सवा तीन करोड़ जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी की नीति पर अटूट विश्वास है. जनता का विश्वास ही हमारी ताकत है. उन्होंने विश्वास जताया कोल्हान की जनता के साथ पूरे प्रदेश की जनता विकास एवं सुशासन के प्रति संकल्पित भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में अपना समर्थन और आशीर्वाद प्रदान कर पुनः एक बार भाजपा को प्रचंड जनादेश देकर वीजयी बनाएगी.
राज्य में भाजपा नेतृत्व वाली रघुवर सरकार के कार्यकाल के दौरान किये गये विकास कार्यों से झारखंड की फिजा बदली है और यही कारण है कि पार्टी को विश्वास है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में आसानी से भाजपा 65 पार के लक्ष्य को पूरा कर लेगी.
अजय राय ने कहा कि विधानसभा में भाजपा विजयी के विश्वास के साथ चुनाव मैदान में है. उन्होंने कहा कि पांच वर्षों के दौरान जनता ने विकास करने वाली सरकार को देखा है, वहीं यूपीए की लूट और घोटाले की सरकार को भी जनता देख चुकी है. इसलिए जनता इस बार साफ-सुथरी और विकास के मुद्दे पर भाजपा को फिर से पूर्ण बहुमत देगी.
पहले राज्य के माओवाद प्रभावित इलाके में लोग घर से बाहर निकलने से डरते थे, लेकिन अब झारखंड की फिजा बदल रही है, महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए राज्य सरकार की ओर से जो काम किये गये, वह पूरे देश में अभूतपर्व है. एक रुपये की टोकन राशि पर महिलाओं को जमीन और संपत्ति का अधिकार मिला, वहीं 30 लाख महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़ कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया गया. राज्य के 57 लाख परिवारों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिला है, वन उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित होने से आदिवासियों को उनकी उपज का सही दाम मिला है.
वहीं 1.17 लाख लोगों को सरकारी नौकरी मिली और एक दिन में 25 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी देने का रिकॉर्ड लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज किया गया. पांच वर्ष पहले तक राज्य में सिर्फ 18 हजार लोगों को वन भूमि का पट्टा मिला था, वहीं पांच वर्ष के दौरान 43 हजार आदिवासियों को वन भूमि का पट्टा दिया गया.