बिशुनपुर (गुमला): यहां भी प्रथम चरण में 30 नवंबर को चुनाव होने हैं. यह विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के प्रत्याशी के लिए सुरक्षित है. वर्तमान में झारखंड मुक्ति मोर्चा के चमरा लिंडा विधायक हैं.
इस सीट से वह तीसरी बार विधायक बनाने के लिए मेहतन कर रहे हैं. उनके विजय रथ को रोकने के लिए भाजपा और अन्य दलों के प्रत्याशी लगे हुए हैं.
गठबंधन के तहत यह सीट झामुमो के खाते में आया है. झाविमो के महात्मा उरांव ने भी क्षेत्र में लगातार मेहनत कर मुकाबला कर अपनी मौजूदगी दर्ज करा दिया है.
लोकसभा चुनाव में बढ़त-
यह विधानसभा सीट से लोहरदगा लोकसभा के अंतर्गत आता है. बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी को बढ़त मिली थी. आंकड़ों के मुताबिक बिशुनपुर में भाजपा को 73255 मत मिले थे.
कांग्रेस को यहां 59946 वोट मिले. करीब 13 हजार वोट से भाजपा इस सीट से आगे थी. विधानसभा चुनाव में पार्टी इस बढ़त को कायम रखना चाहेगी.
ये प्रत्याशी हैं मैदान में-
झामुमो के चमरा लिंडा, भाजपा के अशोक उरांव, झाविमो के महात्मा उरांव, जेडीयू की कृपालता देवी, बसपा के रामचंद्र भगत, भारतीय ट्राइबल पार्टी के बिनेश्वर भगत सहित निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं.
अब तक के विधायक-
- 1977 में कांग्रेस के कार्तिक उरांव
- 1980 में कांग्रेस के भुखला भगत
- 1985 में कांग्रेस के भुखला भगत
- 1990 में भाजपा के रमेश उरांव
- 1995 में कांग्रेस के भुखला भगत
- 2000 में भाजपा के चंद्रेश उरांव
- 2005 में भाजपा के चंद्रेश उरांव
- 2009 में निर्दलीय चमरा लिंडा
- 2014 में झामुमो के चमरा लिंडा