रांचीः भाजपा सांसद सह राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि डालटनगंज में मतदान के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार केएन त्रिपाठी द्वारा पिस्तौल लहराना कांग्रेस के असली चरित्र को दिखाता है. यह हैरान करने वाली घटना है, ऐसी घटनाएं पुराने समय होती थी, जब बन्दूक दिखाकर बूथ लूटे जाते थे. मीनाक्षी लेखी शनिवार को भाजपा के मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बोल रही थीं.
उन्होंने झामुमो नेता हेमंत सोरेन के ताजा बयान कि हमें आदिवासी के अलावा किसी का वोट नहीं चाहिए पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्रीमती लेखी ने कहा कि हेमंत को बताना चाहिए कि सत्ता में रहते हुए आदिवासियों के लिए क्या किया ? राज्य के लिए क्या किया ? उन्होंने कहा कि इस बयान के बाद हेमंत सोरेन को न तो आदिवासियों का वोट मिलेगा न ही गैर आदिवासियों का, क्योंकि उन्होंने सत्ता में रहते हुए दोनों वर्गों के लिये कुछ नहीं किया.
आदिवासियों के नाम का इस्तेमाल कर खुद की तिजोरी भरी
उन्होंने कहा कि आदिवासियों का नाम इस्तेमाल कर केवल अपनी तिजोरी भरने का काम किया. राज्य में अगर सबकुछ ठीक ही था तो पिछले 5 सालों में भाजपा सरकार को एक लाख लोगों को रोजगार देने की जरूरत क्यों पड़ती ? हजारों शौचालय क्यों बनाने पड़ते. प्रधानमंत्री आवास योजनाओं के तहत राज्य में 6,29,535 आवासों का निर्माण हुआ. वहीं उज्ज्वला योजना के जरिये 40 लाख से अधिक महिलाओं को चूल्हा व 2 रिफील सिलेंडर दिए गये. सखी मंडल के माध्यम से राज्य की 20 लाख से अधिक महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ीं.
कुछ भी कर सत्ता में रहना चाहते हैं
उन्होंने कांग्रेस और झामुमो के गठबंधन पर कहा कि ये कुछ भी करके सत्ता में रहना चाहते हैं. आदिवासियों के नाम की राजनीति करने वाले हेमंत ने तो जेपीएससी से स्थानीय भाषा को बाहर कर दिया. आदिवासियों के नाम पर कितनी घिनौनी राजनीति कर सकते हैं, यह हेमंत ने दिखाया. कांग्रेस ने तो गरीबी हटाओ का नारा देकर गरीबों को ही दरकिनार कर दिया.
उन्होंने कहा कि इन 5 वर्षों में राज्य को पहली बार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी दिया. जहां से अंतररास्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकल रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां के आदिवासी युवाओं में प्रतिभा है, भाजपा सरकार ने इन्हें अवसर दिया.
संवाददाता सम्मेलन में मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक, मीडिया सह प्रभारी संजय जायसवाल व महिला नेत्री राजश्री जयन्ती शामिल थीं.