रांची: जिला विधिक सेवा प्राधिकार, रांची द्वारा अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर मंगलवार को रिम्स में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें रिम्स के डॉक्टर और कर्मी उपस्थित थे. स्वागत करते हुए रिम्स के सुपरीटेंडेंट डॉ. विवेक कश्यप ने कहा कि ‘अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस’ प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को मनाया जाता है.
रिम्स के मुख्य वक्ता डॉ संजय ने कहा कि यह निर्विवाद सत्य है कि प्रत्येक दिव्यांगजन में किसी न किसी प्रकार की विशेष प्रतिभा होती है. आवश्यकता है उनके आत्मविश्वास को दृढ़ करते हुए उनकी प्रतिभा को विकसित कर उनको आत्मनिर्भर बनाया जाए, जिससे वह सम्मानजनक जीवन जी सकें.
प्रकाश एजेंसी रांची के दिवाकर पाण्डेय ने बताया कि दिव्यांगता प्रायः जन्म से, परिस्थितिजन्य अथवा दुर्घटना के कारण होती है. समाज में दिव्यांगजन की स्थिति चुनौतीपूर्ण होती है. दिव्यांगता के कारण जीवन में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. यदि दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो व्यक्ति इस कठिनाई पर विजय प्राप्त कर सकता है.
उन्होंने दिव्यांगों से संबंधित विभिन्न प्रावधानों की जानकारी भी दी. झालसा के सचिव अभिषेक कुमार ने भी विचार रखें. इसी क्रम में चेशायर होम बरियातु में भी अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस मनाया गया. सभा को संबोधित करते हुए डालसा सचिव ने उपस्थित लोगों को मानवाधिकार एवं उसकी गरिमा के बारे में लोगों को बताया. इस अवसर पर प्राधिकार द्वारा दिव्यांग एवं अन्य लोगों के बीच मिठाईया भी बांटी गयी.