रांचीः झारखंड चैंबर आफ कॉमर्स के अध्यक्ष कुणाल आजमानी ने कहा है कि धीमी जीडीपी वृद्धि संरचनात्मक की तुलना प्रकृति में अधिक चक्रीय है. यह कुछ वैश्विक कारकों जैसे अमेरिका -चीन व्यापार वार और राजनीतिक मुद्दों आदि इसके कारण है. कुछ घरेलू मुद्दों के कारण भी है. केंद्र सरकार ने कुछ सुधारात्मक कदम उठाए हैं जैसे जीएसटी, विमुद्रीकरण, रेरा, एनपीए नियम आदि इसमें शामिल हैं. इन सभी के कारण अल्पावधि में आर्थिक गतिविधियों थोड़ी धीमी हो गई हैं. लेकिन, हम मानते हैं कि ये सभी आने वाले वर्षों में तेजी से विकास करेंगे. अधिक संभावना है कि भविष्य में 7-9% की वृद्धि हो सकती है.
वित्त मंत्री द्वारा उठाए गए हाल के कदम:
कॉरपोरेट टैक्स में 30% से 22% तक कटौती और नए उद्योगों के लिए 15% और फिर श्रम कानूनों को विधायिका से कार्यकारी तक ले जाना, लंबित अचल संपत्ति परियोजनाओं आदि के लिए 25000 करोड़ का एआईएफ बनाना बहुत सकारात्मक कदम है. अब कई देश चीन आधारित उद्योगों को अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए दूसरे देशों में स्थानांतरित करने की योजना बना रहे हैं. इसका फायदा भी भारत को मिलेगा. विश्वास है कि ये अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे. हम आशा करते हैं कि सरकार जल्द ही बहुप्रतीक्षित सुधारों और व्यक्ति करों से संबंधित कुछ समाधान भी निकालेगी.