हज़ारीबाग़ : त्रिवेणी सैनिक के जीएम गोपाल सिंह की बुधवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गयी. हत्या की जिम्मेवारी पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप ने ली है.
पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है कि हजारीबाग त्रिवेणी सैनिक कंपनी के जीएम गोपाल सिंह की हत्या की जिम्मेदारी पीएलएफआइ संगठन लेता है.
बता दें कि त्रिवेणी सैनिक एनटीपीसी की आउटसोर्सिग कंपनी है जिसके जीएम गोपाल सिंह की बुधवार रात हत्या उस वक्त कर दी गयी थी जब वो देर रात की रात सदर थाना क्षेत्र स्थित जुलू पार्क के पास किसी से मिलकर अपने घर लौट रहे थे.
स्थानीय लोगों ने गोली मारे जाने की सूचना पुलिस को दी. और गोपास सिंह को अस्पताल लेकर गये लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची अपराधियों के द्वारा फेंके गये पिस्टल को बरामद किया.
गोपाल सिंह कंपनी में 2 साल से जीएम थे. उनके नेतृत्व में ही कंपनी के द्वारा कोयला निकालने का कार्य शुरू किया गया था. पहले भी उन्हें नक्सलियों के द्वारा धमकी मिल चुकी थी. इसके बाद कंपनी समेत अधिकारियों की सुरक्षा भी बढ़ायी गयी थी.
पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम से जारी किये गये प्रेस रिलीज में कहा गया है कि त्रिवेणी सैनिक कंपनी के जीएम गोपाल सिंह की हत्या इसलिए कर दी गयी क्योंकि उसने गरीब किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा, खेतों पर बुलडोजर चलवाया, बाहरी लोगों को नौकरी दिया, पीएलएफआइ संगठन के नाम से करोड़ों की वसूली और पार्टी सुप्रीमो दिनेश गोप को एक महीने के अंदर मारने का धमकी दी थी. साथ ही इस रिलीज़ में यह भी कहा गया है की जब-जब आम जनता गरीब लोगों पर अन्याय, अत्याचार होगा तब-तब जनता का रक्षक बनकर कोई आयेगा.
खास बात यह है कि हज़ारीबाग़ के बड़कागाव में एनटीपीसी के कोल प्रोजेक्ट से जुड़े कंपनी के डीजीएम गोपाल सिंह बॉडीगार्ड के साथ चलते थे, उनकी अपनी गाड़ी भी थी, पुलिस सुरक्षा भी मिली हुई थी. फिर भी वह रात नौ बजे अकेले ही किसी से मिलने पहुंचे थे.