रांची: झारखंड में तीसरे चरण के लिए 17 विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया. इसके साथ ही इस चरण के 309 प्रत्याशियों के राजनीतिक भविष्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है.
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने बताया कि औपबंधिक (प्राथमिक) आंकड़े के अनुसार इस चरण में 62.35 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. उन्होंने बताया कि मतदान का अंतिम आंकड़ा सारे ईवीएम स्ट्रांग रूम पहुंच जाने पर पीठासीन पदाधिकारी की डायरी और प्रपत्र-19 के मिलान के बाद प्राप्त होगा.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि तीसरे चरण में सबसे अधिक मतदान सिल्ली विधानसभा क्षेत्र में 76.98 प्रतिशत रहा, जबकि रांची निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम 49.1 प्रतिशत रहा. उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार इन 17 सीटों के लिए 1.76 प्रतिशत कम मतदान की खबर है, हालांकि अंतिम आंकड़ा प्राप्त होने के बाद इसमें बढ़ोत्तरी संभव है. वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में इन 17 सीटों के लिए 64.02 प्रतिशत मतदान हुआ था, वहीं इस वर्ष लोकसभा चुनाव में इन सीटों के लिए 64.94 प्रतिशत मतदान हुआ था.
विनय कुमार चौबे ने बताया कि कोडरमा विधानसभा सीट के लिए 58.20 प्रतिशत, बरकट्ठा में 65.19 प्रतिशत, बरही में 63.40, बड़कागांव में 64.53, रामगढ़ में 70.50, मांडू में 62.41, हजारीबाग में 57.18, सिमरिया में 62.00, धनवार में 69.18, गोमिया में 67.18, बेरमो में 61.13, ईचागढ़ में 73.11, सिल्ली में 76.98, खिजरी में 64.28, रांची में 49.1, हटिया में 53.63 और कांके विधानसभा सीट के लिए 62.80 प्रतिशत मतदान हुआ.
इस मौके पर पुलिस मुख्यालय के नोडल पदाधिकारी ने बताया कि तीसरे चरण में पूरी तरह से शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. उन्होंने बताया कि इस चरण में आठ जिलों में से पांच जिलों में हेलीकॉप्टर से मतदान कर्मियों को 17 कलस्टर के 89 मतदान केंद्रों पर पहुंचाने का काम हुआ.
तीसरे चरण में सबसे बड़ी बात यह रही कि रांची, हटिया और कांके विधानसभा सीट के लिए बूथ एप्प का प्रयोग किया गया और दिव्यांग मतदाताओं में 88.48 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.