गुमला: तरुण शिक्षा कार्यक्रम के तहत गुरुवार को कामडारा, बसिया और रायडीह प्रखंड सभागार में नोडल शिक्षकों के दूसरे बैच का प्रशिक्षण आरंभ हुआ. तरुण शिक्षा कार्यक्रम के राज्य समन्वक मुकेश कुमार ने कहा कि उम्र के अनुकूल किशोरावस्था में बच्चे बच्चियों की कई चुनौतियां सामने आती है.
किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक मानसिक बदलाव में समाज के अनुकूल जीवन जीने के लिए प्रेरित और जागरूक करना इस कार्यक्रम का उद्देश्य है. मास्टर ट्रेनर दीपक कुमार ने प्रशिक्षण के दौरान मासिक धर्म के कारण एवं स्वच्छता की जानकारी, घरेलु हिंसा, यौवन उत्पीड़न आदि की जानकारी दी. रायडीह प्रखंड संसाधन केंद्र सभागार में नोडल शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण गुरुवार को आरंभ हुआ. बीपीओ दिलदार सिंह ने कहा कि किशोर किशोरी के बीच एक समझ स्थापित करना इस कार्यक्रम का उद्देश्य है.
बच्चों को यौन प्रजनन, स्वास्थ्य, नशा-पान अपने अधिकार, पोषण, बाल विवाह एवं जीवन कौशल के प्रति जागरूक किया गया. मास्टर ट्रेनर सुमित कुमार नंदे एवं शिल्पी कुजुर ने जीवन को बेहतर बनाने के लिए बच्चों को कार्यक्रम की जानकारी देने के लिए शिक्षकों से अपील की. बसिया बीआरसी सभागार में किशोर एवं किशोरी बच्चों के सामने शाररिक,सामाजिक समस्या को समाधान विषय पर तरुण शिक्षकों के नोडल शिक्षकों को जानकारी दी. राज्य प्रतिनिधि अज्बेन्द्र सिंह राठौर, प्रशिक्षक अरबिंद कुमार साहू, शशि तिर्की ने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षकों को तरुण शिक्षा कार्यक्रम की जानकारी दी.