रांची: सांसद संजय सेठ ने लोकसभा अतिरिक्त प्रश्नकाल के दौरान पत्र के माध्यम से श्रम और रोजगार मंत्रालय से झारखंड के खनन संबंधित जानकारी मांगी. श्रम और रोजगार राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार संतोष कुमार गंगवार ने बताया खान प्रबंधन द्वारा श्रम और रोजगार मंत्रालय के अधीन खान सुरक्षा महानिर्देशालय डी जी एम स के अनुसार पिछले 5 वर्ष और चालू वर्ष में खनन दुर्घटनाएं में कमी आई है. ऐसी घटना कम हो इसके लिए ऐतिहासिक तौर पर अधिकारियों द्वारा दुबारा खानों का लगातार निरीक्षण किया जाता है. कोयला खानों में काम करने वाले श्रमिकों के सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाता है तथा कामगारों को प्रशिक्षण भी समय-समय पर दिया जाता है. अधिकारियों द्वारा समय-समय पर खान मालिकों प्रबंधन द्वारा खानों में उपयुक्त प्रबंधन के अनुपालन की जांच की जाती है तथा आपातकाल से निपटने के लिए सारी सुविधाओं की जांच की जाती है. सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए समय समय पर अग्र सक्रिय पद्धति के समस्याओं पर ध्यान दिया जाता है.
आज हम सुरक्षा की दृष्टि से अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुरक्षा खान क्षेत्र में प्रदान कर रहे हैं. इसकी पूरी मॉनिटरिंग का जिम्मा डीजीएमएस के अधिकारियों के पास है देश में सुरक्षा और अभी रक्षा के संबंध में श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा अलग से किसी निधि का आवंटन नहीं किया जाता है. खानों में सुरक्षा और अभिरक्षा कायम करने का दायित्व खान मालिक प्रबंधन का होता हैं.