बरकट्ठा (हजारीबाग): नव वर्ष के आगमन के पूर्व प्रखंड के ऐतिहासिक धरोहर व प्रसिद्ध सूर्यकुंड धाम में सैलानियों की भीड़ उमड़ने लगी है. वहीं नए साल की शुभारंभ होने वाली है. लोग पिकनिक पर जाने के लिए योजनाएं बनाने लगे हैं. नए वर्ष में खूबसूरत स्थलों की सैर करना सबको भाता है,तो पिकनिक और घूमने के साथ ठंड में गर्मकुंड का मजा लेने के लिए सूर्यकुंड धाम पहुंच सकते हैं.
इस स्थल की खास बात यह है कि यहां प्राचीन मां दुर्गा के मंदिर के साथ कई श्रृंखलाबद्ध मंदिर है.साथ ही विभिन्न तापान्तर के जलकुंड की श्रृंखलाएं है, जिसकी अपनी खास विशेषताएं व मान्यताएं है।.
दूसरी खासियत यह है कि प्रकृति की मनोरम वादियों, पहाड़ियों के बीच स्थित सूर्यकुंड सैलानियों को लुभाती है. सूर्यकुंड धाम धार्मिक आस्था के साथ पिकनिक का आकर्षण केंद्र है. यहां धार्मिक मान्यता यह है कि जो भी श्रद्धालु अपनी वांछित मनोकामना को सच्चे मन से मांगता है उसकी मनोकामना पूरी होती है.
वहीं ठंड में सूर्यकुंड का गर्म जल चर्म रोगियों के लिए वरदान साबित होता है.गर्मकुंड का जल चर्म रोगियों के लिए चिकित्सीय उपचार है. विदित हो कि मकरसंक्रांति 14 जनवरी के अवसर पर सूर्यकुंड में 15 दिवसीय भव्य मेला का आयोजन किया जाता है. मकरस्नान करने के लिए दूर प्रान्त महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, गुजरात से सैकड़ों श्रद्धालु सूर्यकुंड पहुंचते हैं.
पर्यटकों के लिए सूर्यकुंड पहुंचने का सुगम राह है. हजारीबाग जिले से 65 किलोमीटर दूर प्रखंड बरकट्ठा से मात्र 5 किलोमीटर दूर एनएच 2 जीटी रोड किनारे स्थित सूर्यकुंड धाम पहुंचना आसान है. नए वर्ष को ले प्रकृति की गोद में बसा सूर्यकुंडधाम सैलानियों के लिए महफूज और आनंददायी के साथ खूबसूरत प्राकृतिक स्थल है.
इधर सूर्यकुंड के पंडा बिनोद गिरी व पुजारी संजय पांडेय का कहना है कि सूर्यकुंड परिसर का विकास होने से खूबसूरती बढ़ी है, जो सैलानियों को लुभाएगी. नए वर्ष में सूर्यकुण्डधाम लोगों से गुलजार रहेगा.