जमशेदपुर : नागरिक संसोधन कानून को लेकर समूचे देश का माहौल बेहद संवेदनशील बना हुआ है. जिसके कारण जहां देश भर में शांति व कानून व्यवस्था कायम रखना बेहद चुनौतीपूर्ण हो रहा है, वही बेहद नाजुक समय में जमशेदपुर की शांति को भंग करने में टाटा स्टील एवं जिला प्रशासन ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. गौरतलब है कि मंगलवार को टाटा स्टील को शह देते हुए जिला प्रसासन ने बलप्रयोग करते हुए शहर में हिंदूओं के आस्था केंद्र हिन्दूपीठ स्थित सिद्धि विनायक के मंदिर के इर्द गिर्द घेराबंदी कर दी.
मौके पर हिन्दूपीठ के अध्यक्ष अरुण सिंह एवं हिन्दूपीठ के समर्थकों ने इसका विरोध किया. वहीं उन्होंने सूझ-बुझ दिखते हुए मामले को बिगड़ने से भी रोका. लेकिन इस घटना को लेकर शहरवासियों में काफी जनआक्रोश है. लोगों की माने तो हिंदूओं की आस्था से खिलवाड़ का मुद्दा आने वाले समय में काफी तूल पकड़ेगा. वहीं घटना के पीछे टाटा स्टील व जिला प्रशासन की करवाई के पीछे किसी राजनीतिक साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता.
हिन्दूओं के आस्था से खिलवाड़ करने के मामले की गंभीरता को देखते हुए शहर के समस्त हिन्दूओं के गोलबंद होने की सूचना है. सिद्धि विनायक के मंदिर से सटाकर बाउंडरी वाल बनाना पूजन प्रक्रिया को बाधित करने और मंदिर को अलग-थलग करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. बुधवार को हिन्दूपीठ प्रांगण में आकर शहर में शांति बनाये रखने हेतु सैकड़ो हिन्दू लोगों ने सिद्धि विनायक की संध्या आरती की. मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि अब सिद्धि विनायक मंदिर की परिक्रमा करना भी मुश्किल है, वहीं मंदिर के प्रतीक चिन्ह ध्वजा को भी बॉउंड्री बनाकर बांट दिया गया है. समस्त हिन्दू संगठन इसे कंपनी और प्रशासन के द्वारा जनभावना को भड़काने की कोशिश के तौर पर देख रहे है.
हिन्दूपीठ के अध्यक्ष अरुण सिंह ने कहा कि हिन्दूपीठ शहर में शांति और सौहार्द बनाने को हमेशा दृढ़संकल्प है. लेकिन प्रशासन एवम कंपनी के धार्मिक भेदभाव से हिन्दूओं की भावना को ठेस पहुंचाना ठीक नहीं. हिन्दूपीठ के समीप स्थित कर्बला को मदद की जाती है, और हिंदूपीठ की व्यवस्था बाधित की जा रही है.
25 दिसंबर को हिंदूपीठ की स्थापना दिवस के अवसर पर हिन्दू धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम में समस्त कोल्हान के हिंदू कार्यकर्ता हिन्दूपीठ में जुटेंगे, उस दिन हिन्दूपीठ व कार्यकर्ता आगे की रणनीति तय करेंगे.