रांची: ईवीएम में बंद प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला सोमवार यानी 23 दिसंबर को हो जाएगा. दोपहर तक स्थिति साफ होने की संभावना है.
एक्जिट पोल में भाजपा के सत्ता के दूर और गठबंधन के पास होने के संकेत मिले हैं. सही स्थिति चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा.
चुनाव परिणाम के दौरान लोगों की नजर कुछ खास सीटों पर टिकी रहेगी. इसकी वजह इन सीटों से राज्य की राजनीति में खास प्रभाव डालने वाले नेताओं के खड़े होना है.
जमशेदपुर पूर्वी, दुमका, बरहेट, सिल्ली पर सबसे हॉट सीट है. जमशेदपुर पूर्वी से यहां से मुख्यमंत्री रघुवर दास और निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय के भविष्य का फैसला होना है. सिल्ली से सुदेश महतो और रांची विधानसभा से सीपी सिंह खड़े हैं.
दुमका और बरहेट से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खड़े हैं. धनवार से पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी चुनाव मैदान में हैं. चक्रधरपुर से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ मैदान में हैं.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्य्क्ष सुखदेव भगत लोहरदगा से हैं.
नक्सली कुंदन पाहन और पूर्व मंत्री राजा पीटर तमाड़ से खड़े हैं. झरिया से देवरानी-जेठानी रोगिनी सिंह एवं पूर्णिमा नीरज सिंह किस्मत आजमा रही है.
पूर्व मंत्री अर्पणा सेनगुप्ता निरसा से खड़ी है. बहरागोड़ा से कुणाल षाड़ंगी मैदान में हैं. सारठ से कृषि मंत्री रणधीर सिंह के किस्मत का फैसला होना है.
पाकुड़ से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष आलमगीर आलम खड़े हैं. कोडरमा से शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव चुनाव लड़ रही है.
खूंटी से नीलकंठ सिंह मुंडा, भवनाथपुर से भानु प्रताप शाही, विश्रामपुर से स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, चंदनकियारी से मंत्री अमर कुमार बाउरी, रामगढ़ से आजसू की सुनीता चौधरी, बेरमो से कांग्रेस के कद्दावर नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह, पांकी से शशि भूषण मेहता, मांडू से जय प्रकाश भाई पटेल, जुगसलाई से आजसू के रामचंद्र सहिस चुनाव मैदान में हैं.