लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) को लेकर उत्तर प्रदेश में तनाव की स्थिति बनी हुई है.
किसी भी तरह की आशंका को देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड है. इस बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं के लखनऊ पहुंचने पर रोक लगा दी गई है.
यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि लखनऊ में धारा 144 लागू है, ऐसे में टीएमसी नेताओं को हम यहां आने की अनुमति नहीं देंगे. उनके यहां आने से तनाव बढ़ सकता है.
दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ आने का ऐलान किया था.
प्रतिनिधिमंडल ने कहा था कि रविवार को लखनऊ में हिंसा के दौरान मारे गए ऑटो चालक मोहम्मद वकील के परिजनों से मुलाकात करेंगे.
वहीं, यूपी डीजीपी ओपी सिंह कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रतिनिधिमंडल को लखनऊ में आने की अनुमति नहीं देंगे, क्योंकि 31 जनवरी 2020 तक उत्तर प्रदेश में धारा 144 प्रभावी है. उनके यहां आने से तनाव बढ़ सकता है.
बता दें कि राज्य में शनिवार को भी कई जगहों पर हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुए. कानपुर और रामपुर में भीड़ ने आगजनी की और पुलिस के साथ झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई. प्रदेश के विभिन्न जिलों में गुरुवार से चल रही हिंसा में अब तक कम-से-कम 16 लोग मारे जा चुके हैं.
यूपी पुलिस ने कहा कि हिंसा की वारदात में 879 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है. 260 पुलिसकर्मी जख्मी हैं. 135 अपराधिक तत्वों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.