रांचीः राज्य गठन के बाद से स्पीकर की कुर्सी पर बैठने वालों के लिए भी राह आसान नहीं रही. सिर्फ सीपी सिंह ने ही स्पीकर रहते हुए अगले चुनाव में जीत हासिल की थी जब एमपी सिंह विधानसभा अध्यक्ष थे.
जमशेदपुर पश्चिम से सरयू राय के चुनाव लड़ने के कारण एमपी सिंह को टिकट नहीं मिला. नाराज विधानसभा अध्यक्ष ने राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा और हार गए. इसी तरह 2009 के चुनाव में आलमगीर आलम सिटिंग विधानसभा अध्यक्ष के रूप में पाकुड़ से चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें भी हार नसीब हुई.
2014 के चुनाव में स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता देवघर की सारठ सीट से चुनाव हार गए. सिसई विधानसभा से स्पीकर दिनेश उरांव जीत का सेहरा नहीं बाध पाए. उन्हें सिसई से जिग्गा सुसारन होरो ने पटखनी दी.