रांची: झारखंड में सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष की पहचान और उसूलों से समझौता नहीं करने के लिए जाने जाते रहे भाकपा माले के विनोद सिंह बगोदर सीट से चुनाव जीत गए हैं. विनोद सिंह भाजपा के नागेंद्र महतो को हराकर इस सीट पर अपनी वापसी की है.
विनोद सिंह को 98 हजार 201 वोट मिले हैं. विनोद सिंह की जीत की आधिकारिक घोषणा कर दी गई है. जबकि बीजेपी के नागेंद्र महतो को 83 हजार 656 वोट मिले हैं. झारखंड विकास मोर्चा की उम्मीदवार रजनी कौर 8723 वोट लाकर तीसरे नबंर पर रही हैं. 2014 के चुनाव में विनोद सिंह बीजेपी से चुनाव हार गए थे.
उधर राजधनबार सीट पर भाकपा माले के उम्मीदवार और मौजूदा विधायक राजकुमार यादव चुनाव हार गए हैं. जेवीएम प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने उन्हें चुनाव हराया है. बाबूलाल की जीत की आधिकारिक घोषणा बाकी है. लेकिन मतगणना का काम पूरा हो गया है. 2014 के चुनाव में बाबूलाल मरांडी राजकुमार यादव से हार गए थे.
2014 के चुनाव में विनोद सिंह बीजेपी के नागेंद्र महतो से 4339 वोटों से हार गए थे. इससे पहले 1990 से 2009 तक बगोदर में भाकपा माले का कब्जा रहा. 2005 में चुनाव के वक्त महेंद्र सिंह की दुर्गीधवैया में हत्या कर दी गई थी. वे जनसंपर्क व प्रचार के सिलसिले में वहां पहुंचे थे.
एकीकृत बिहार और अलग राज्य झारखंड में महेंद्र सिंह को सड़क से सदन तक संघर्ष और आवाज के लिए जाना जाता है. वे उसूलों से समझौता नहीं करते थे. और मजबूत सत्ता, सिस्टम से भी अपनी काबिलयत और आवाज से टकराते थे.
2005 में महेंद्र सिंह की हत्या के बाद उनके पुत्र विनोद सिंह बगोदर से चुनाव लड़े और जीते. विनोद सिंह भी कॉमरेड महेंद्र की राह पर चल पड़े. जुल्म, दमन, शोषण के खिलाफ संघर्ष करने और सच को सच और झूठ को झूठ कहने के लिए विनोद सिंह को जाना जाता है.
2009 में भी उन्होंने बगोदर से चुनाव जीता. लेकिन 2014 में इस सीट पर भगवा की जीत हुई. चुनाव हारने के बाद विनोद सिंह ने कभी मैदान नहीं छोड़ा और जुल्म, दमन तथा इंसाफ के लिए आवाज उठाते रहे.