निरज कुमार,
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के पांच चरणों में हुए चुनाव का परिणाम तो आ गया लेकिन एनडीए में दरार आ जाने के कारण बीजेपी व आजसू दोनों को नुकसान झेलना पड़ा. 2014 के चुनाव परिणाम के मुकाबले भाजपा 37 की जगह 25 सीटों पर सिमट गई और आजसू 5 सीटों के जगह 2 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी. हालांकि आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो अपने हार का सिलसिला तोड़ा. सिल्ली सीट पर फिर से कब्जा करने में सफलता हासिल की.
बीजेपी-आजसू साथ लड़ते तो परिणाम कुछ और होता
आजसू और भाजपा पिछले विधानसभा चुनाव में साथ थे. जिसमें 81 सीटों में से 37 सीटों पर भाजपा और 5 सीटों पर आजसू ने अपना कब्जा किया था लेकिन इस चुनाव में साथ नहीं होने के कारण नुकसान हुआ.
बताते चलें कि 18 विधानसभा क्षेत्रों में आजसू और भाजपा गठबंधन में चुनाव लड़ती तो परिणाम कुछ और हीं होता. इन क्षेत्रों में भाजपा और आजसू के अलग चुनाव लड़ने के कारण से मतदाता आजसू और भाजपा के खेमे में बंट गए जिसका लाभ महागठबंधन के उम्मीदवारों को मिला.
इन विधानसभा क्षेत्रों में लोहरदगा, मनोहरपुर, बेरमो, चक्रधरपुर, जुगसलाई, जगन्नाथपुर, सरायकेला, इचागढ़, खिजरी, बड़कागांव, तमाड़, घाटशिला, बेरमो, रामगढ़, गांडेय, जामा, मधुपुर और नाला शामिल है.