नई दिल्ली: दिल्ली के 2 अलग-अलग इलाकों में बंद कमरे में अंगीठी जलाने से निकलने वाली जहरीली गैस से 3 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई. घटना सोमवार रात की है. पुलिस ने दोनों मामलों में शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है. इस घटना में बीमार 12 साल के बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है.
पहली घटना अमन विहार इलाके की है. जहां एक सैलून में एक नाबालिग समेत 2 लोगों की मौत. मृतकों की पहचान काशिम (15) और अख्तर (38) के रूप में हुई है. शुरुआती जांच में पता चला कि ठंड से बचने के लिए रात के समय कमरे में अंगीठी जलाई हुुई थी.
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों पता चल पाएगा. फिलहाल अमन विहार थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस के अनुसार अख्तर के पड़ोस रहने वाले दुकानदार ने मंगलवार सुबह करीब 11.30 बजे अख्तर का गेट खटखटाया. कोई जवाब न मिलने पर उसने आसपास के लोगों को बुलाया. लोगों ने मिलकर गेट खोला तो देखा अख्तर व काशिम दोनों अचेत अवस्था में जमीन पर पड़े हुए है.
दोनों के मुंह से खून निकल रहा था. मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया दोनों ने एक दूसरे के गले में हाथ डाल रखा है. दोनों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों दोनों को मृत घोषित कर दिया.
दूसरी घटना मुखर्जी नगर के इंदिरा विकास कॉलोनी की है. संतोष कुमार अपने परिवार के साथ रहते हैं. परिवार में पत्नी, माता पिता के अलावा 2 बेटे 13 साल का प्रदीप और बारह साल का निशांत हैं. प्रदीप कक्षा 8 और निशांत कक्षा सातवीं का छात्र है.
सोमवार रात को दोनों बेटे अंगीठी जलाकर कमरे में सोए हुए थे. कमरे में हवा आने की उचित जगह नहीं थी और इसकी वजह से दोनों बेटे अचेत हो गए.
सुबह संतोष ने दोनों बेटों को बेहोश देखा तो बाड़ा हिंदु राव अस्पताल मे भर्ती कराया. लेकिन इलाज के दौरान प्रदीप की मौत हो गई जबकि दूसरे बेटे की हालत गंभीर बनी हुई है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है.