नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने ममता बनर्जी को एक पत्र लिखा है. शरद पवार ने पत्र लिखकर ममता बनर्जी को एनआरसी पर अपना समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि एनआरसी के विरोध के मुद्दे पर हम आपके साथ हैं.
बता दें, देशभर में इस समय एनआरसी और सीएए के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किए जा रहे हैं, जिसमें छात्र, नौजवान, वकील और कई राजनीतिक पार्टियां शामिल हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तो लगातार राज्यभर में एनआरसी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रही हैं.
एनआरसी का विरोध करते हुए ममता बनर्जी ने कहा है कि जब तक मैं जिंदा रहूंगी तब तक राज्य में एनआरसी लागू नहीं होने दूंगी.
इसके अलावा एनआरसी और सीएए का विरोध राष्ट्रीय राजधानी से लेकर कई अन्य राज्यों तक फैल गया है. उत्तर प्रदेश में एनआरसी का विरोध काफी हिंसक तरीके से किया गया, जिसमें कई लोगों की मौतें हो गईं. पुलिस और पब्लिक के बीच जोरदार झडपें भी हुई हैं. उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन को लेकर राजनीति काफी गर्म हो गई है.
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी इस मुद्दे को लेकर काफी संवेदनशील हैं और इस मामले को लेकर सरकार, पुलिस और प्रशासन को कटघरे में खड़ी कर रही हैं और सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रही हैं.
वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कहा है कि वे एनआरसी, एनपीआर और सीएए का विरोध जारी रखेंगे. बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी एस कानून का विरोध किया है.
दक्षिण के राज्यों में भी इस कानून को लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है. केरल के मुख्यमंत्री ने तो आज विधानसभा में इसके खिलाफ एक प्रस्ताव भी पास कर दिया. कर्नाटक में सीएए, एनआरसी और एनपीआर का घोर विरोध किया गया.
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने विधानसभा में नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया है. इस कानून का पूरे देश में विरोध हो रहा है. देश की कई गैर बीजेपी सरकारों ने घोषणा की है कि वो इसे लागू नहीं करेंगे. लेकिन इस कानून के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पेश करने वाला केरल पहला राज्य बन गया है.