साजन मिश्रा,
गोड्डा: देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम को लाने के बाद दिल्ली से उठी विरोध की ज्वाला धीरे-धीरे देश के हर प्रांत में होना शुरू हो गया है. एक ओर जहां झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर लागू हुए आदर्श आचार संहिता के कारण अब तक प्रदर्शन रुका हुआ था. वहीं चुनाव संपन्न के बाद ये विरोध धीरे-धीरे झारखंड में भी पांव पसारने लगा है.
बीते दिन जहां महगामा में इस अधिनियम का विरोध में हजारों लोग सम्मलित हुए तो दूसरी तरफ बसंतराय के मध्य विद्यालय के प्रांगण में संविधान बचाओ, देश बचाओ समिति के बैनर तले बैठक का आयोजन इस अधिनियम के विरुद्ध रणनीति बनाने को लेकर रविवार को एक बैठक आयोजित किया गया. जिसमें नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरुद्ध आंदोलन की रणनीति बनाते हुए आगामी 18 जनवरी को बसंतराय मुख्यालय क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के दर्जनों के लोगों के साथ नागरिकता बिल का विरोध प्रदर्शन करने की रणनीति तय हुई. मौके पर उपस्थित राजद नेता सह गोड्डा विधानसभा के पूर्व विधायक संजय प्रसाद यादव ने इस कानून को संविधान विरोधी कानून बताया, उन्होंने कहा कि वह लालू यादव के सिपाही है इसलिए मरते दम तक इस कानून का विरोध करेंगे, वहीं आगे कहा कि इस देश को आजादी दिलाने में जितनी कुर्बानी हिंदुओ ने दी उतनी ही कुर्बानी मुसलमानों ने भी दी है. इसलिए यह देश सबों का है और इस देश में किसी जाति धर्म के साथ किसी भी तरह का भेदभाव स्वीकार नहीं किया जाएगा.
बैठक में मौजूद जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष दिनेश यादव ने कहा कि कांग्रेस ने देश की आजादी की लड़ाई लड़कर अंग्रेजों को इस देश से भगाने का काम किया है. आज भाजपा-आरएसएस इस देश को तबाह व बर्बाद करने पर तुली हुई है, वहीं इस कानून को भीमराव अम्बेडकर और महात्मा गांधी के आदर्शों के विपरीत भी बताया. वहीं झामुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश मंडल ने कहा कि भाजपा दलित, आदिवासी व मुसलमान विरोधी है. जिस प्रकार से झारखंड में भाजपा ने अत्याचार किया आदिवासी के जमीन की सुरक्षा कवच सीएनटी, एसपीटी एक्ट को ध्वस्त करने के प्रयास किया झारखंड की जनता ने यहां की भाजपा की सरकार को राज्य की गद्दी से उतार दिया अगर केंद्र की सरकार भी अपने जनविरोधी हरकतों से बाज नहीं आई तो उसे भी गद्दी से नीचे उतार दिया जाएगा.
मौके पर कृष्णा मुर्मू , भरत पंडित, बनारसी यादव, प्रमोद यादव, पंकज साह, मिथलेश यादव, फूलदेव दास, मोहम्मद सुल्तान, मोहम्मद इरफान, मोहम्मद आलमगीर, अंजर अहमद, आसिफ इकबाल, प्रकाश मंडल, निर्मल मंडल सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.