नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा के लिए आज 14 जनवरी से नामांकन शुरु हो गए हैं. राजनीतिक दलों में भी प्रत्याशियों के चयन को लेकर गहमा-गहमी तेज हो गई हैं. प्रत्याशियों के चयन को लेकर रविवार देर रात तक राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बैठक जारी रही. इसी मुद्दे पर दोबारा बैठक बुलाई गई. सोमवार को भी भाजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक होनी थी, लेकिन किन्हीं कारणों से वह बैठक टाल दी गई.
सूत्रों के मुताबिक 16 जनवरी तक भाजपा के लगभग 35-40 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी जाएगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के लिए दिल्ली से बाहर हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि 16 को ही अब भाजप की पहली सूची जारी होगी. रविवार देर रात तक राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर दिल्ली की 70 विधानसभाओं के टिकट वितरण को लेकर बैठक की गई.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री व दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर, दिल्ली के प्रभारी व सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और संगठन महामंत्री सिद्धार्थन सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे.
इस दौरान बारीकी से एक-एक सीट पर मंथन किया गया. इसके बाद अधिकांश सीटों पर दो से तीन और कुछ सीटों पर एक नाम संभावित प्रत्याशी के तौर पर लिखा गया है. इन नामों पर दोबारा से विचार कर सोमवार को पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होनी थी, लेकिन किसी कारणवश बैठक अब 16 जनवरी को होने की संभावना जताई जा रही है.
बताया जा रहा है कि सोमवार को दोबारा से अमित शाह ने दिल्ली के सांसदों को बुलाकर बारी-बारी से उनकी विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की. इसमें अहम बात यह रही सांसदों से पूछा गया कि वे विधानसभा चुनाव में अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र से कितनी सीटें जिताकर लाने वाले हैं. चुनाव में उनकी रणनीति, जिम्मेदारी क्या रहने वाली है और उनकी योजना क्या रहेगी. इसके अलावा जीत के सुझाव भी मांगे गए.