देवघर: मकर संक्रांति के अवसर पर बाबा मंदिर में जलार्पण करने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गयी थी. नव वर्ष के पहले पर्व की वजह से आज के दिन की महत्ता बढ़ जाती है.
इस अवसर पर सरदारी पूजा के क्रम में बाबा बैद्यनाथ को तिल चढ़ाने के साथ मकरसंक्रांति पर्व की शुरूआत की गयी.
दोपहर को बाबा मंदिर परिसर में खिचरी का भोग तैयार करने के उपरांत श्रीयंत्र मंदिर में खिचरी व दही भोग पूरे मास तक लगाने की परम्परा की शरूआत की गयी.
आज के दिन जहां लोग जहां दही-चूड़ा खिचड़ी, तिल खाकर घूम-फिर कर आनंद लेना चाहते हैं. वहीं जलार्पण हेतु श्रद्धालुओं की तादाद में हुआ इजाफा इस बात का प्रमाण है कि आस्था का कोई और विकल्प नहीं हो सकता. बाबा के प्रति लोगों के मन में आस्था पहले भी विद्यमान थी, आज भी है और आगे भी इसी प्रकार रहेगी.
उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देशानुसार श्रद्धालुओं की सुविधाओं को देखते हुए सारी तैयारियां पूर्व में ही पूरी कर ली गई थी, ताकि श्रद्धालुओं की कतार ज्यादा दूर तक न जाय व श्रद्धालु आसानी से बाबा का जलार्पण कर सके.