नई दिल्लीः दिल्ली मे आज का दिन बेहद खास है. दिल्ली के दंगल में दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की बेंटियां थाम सकती हैं देश के दो बड़े दलों का दामन.
जी हां हम बात कर रहे हैं दिवंगत सीएम शीला दीक्षित और दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटियां लतिका और बांसुरी की जिनको कॉन्ग्रेस और बीजेपी दे सकती है दिल्ली चुनाव का टिकट.
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर आज एकसाथ तीन बड़ी चीजें होने जा रही हैं. एक ओर बीजेपी अपने उम्मीदवार चयन के लिए बैठक करने वाली है वहीं, कॉन्ग्रेस अपनी पहली लिस्ट जारी कर सकती है.
राज्य के डेप्युटी सीएम मनीष सिसौदिया नामांकन भरेंगे. इस बीच, राज्य की सबसे हाई प्रोफाइल सीट नई दिल्ली पर दिलचस्प जंग देखने को मिल सकती है.
सीएम केजरीवाल को घेरने के लिए कांग्रेस और बीजेपी सरप्राइज दे सकती है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस इस सीट से दिल्ली की दिवंगत पूर्व सीएम शीला दीक्षित की बेटी को उतार सकती हैं वहीं, बीजेपी पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी को टिकट दे सकती है.
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस शीला की बेटी लतिका को इस सीट से उतार सकती है. इस सीट से कई अन्य नाम भी सामने आ रहे हैं, जिसमें राजेश लिलोठिया ने अपना नाम खुद सोनिया गांधी के सामने पेश किया है. एक कयास भी है कि अलका लांबा को भी यहां से केजरीवाल के खिलाफ पार्टी उतार सकती है.
अगले एक दो दिन में इस सीट की तस्वीर साफ होने की संभावना है. उधर, बीजेपी आज दिल्ली चुनाव के लिए प्रत्याशियों पर मंथन को लेकर बैठक करने वाली है.
सूत्रों के अनुसार, भगवा दल सीएम केजरीवाल को घेरने की रणनीति के तहत नई दिल्ली सीट से दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री सुषमा की बेटी बांसुरी को उतार सकती है.
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी हर सीट को लेकर अलग रणनीति बना रही है. बता दें कि केजरीवाल ने 2013 में नई दिल्ली सीट पर शीला को हराकर ही राजनीति में धमाकेदार अंदाज में अपनी पारी शुरू की थी. 2015 के चुनाव में केजरीवाल ने कांग्रेस की कद्दावर नेता किरण वालिया को बड़े अंतर से हराया था.
अब कांग्रेस इस बेहद अहम सीट पर पूरी रणनीतिक तैयारी के साथ केजरीवाल को घेरना चाहती है. नई दिल्ली से केजरीवाल को श्री वेंकटेश्वर महा स्वामीजी भी चुनौती देंगे.
लोग उन्हें दीपक के भी नाम से जानते हैं. उन्होंने फैसला किया है कि इस बार दिल्ली के सीएम को चुनावी मैदान में टक्कर देंगे.
दीपक ने अब तक कुल 16 चुनाव लड़े हैं जिनमें कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश शामिल हैं. दिलचस्प बात है कि स्वामीजी ने कुल तीन नॉमिनेशन फॉर्म भरे हैं जिनमें अलग-अलग पार्टियों बीजेपी, एनसीपी और हिंदुस्तान जनता पार्टी से नामांकन भरा गया है.
उन्होंने जमानत के तौर पर 10 हजार रुपये सिक्यॉरिटी भी जमा कराए हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली में उनके पास रहने के लिए कोई स्थायी ठिकाना नहीं है और वह अपने एक दोस्त के साथ रह रहे हैं.
उनका दोस्त कंस्ट्रक्शन मजदूर है. अपने ऐफिडेविट में उन्होंने जानकारी दी है कि उनके पास सिर्फ 9 रुपये कैश में हैं.