रांची: पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत एनआरसी, सीएए व एनपीआर के खिलाफ आज डोरंडा उर्स मैदान में महासभा का आयोजन किया गया. इस सभा में शहर के हजारों पुरुष, महिला व बच्चों ने हिस्सा लिया.
सभा को संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने कहा कि केन्द्र सरकार के कुछ लोग अपने फायदे के लिए आज देश में उथल पुथल पैदा कर दिया है. केन्द्र सरकार सिर्फ कुर्सी हासिल करने के लिए आज संविधान को ताक पर रख कर अपना संविधान लागू करने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम सब मिल कर इसका पुरजोर विरोध करेंगे और किसी भी कीमत पर एनआरसी व सीएए जैसा काले कानून को देश की जनता पर थोपने नहीं देंगे. उन्होंने केन्द्र सरकार की आलोचना करते करते हुए मूलभूत बातों से लोगों का ध्यान भटकाने का आरोप लगाया.
सभा को माले विधायक विनोद सिंह ने भी संबोधित किया और कहा कि केन्द्र सरकार अपने मंशा में कभी कामयाब नहीं हो सकती. सरकार देश की आजादी के बाद से एक साथ मिल जुल कर रह रहे लोगों के बीच फूट डालो शासन करो की नीति अपना रही है.
उन्होंने कहा कि एनआरसी, सीएए व एनपीआर से ना सिर्फ मुसलमानों को परेशानी होने वाली है, बल्कि देश भर के पिछड़े अल्पसंख्यक दलित व आदिवासियों के सामने भी भारी मुसिबत खड़ी होगी इसके लिए हमें तैयार रहने की जरुरत है.
उन्होंने कहा कि ऐसे काले कानून का हम सब मिल जुल कर विरोध करेंगे और किसी भी किमत पर इसे देश की कमजोर जनता पर लागू नहीं होने देंगे. सभा में शामिल होने के लिए जेएनयू के छात्र उमर खालिद भी रांची पहुंचे. उनके आगमन पर हवाई अड्डे पर उनका जोरदार स्वागत किया गया. वहां से उन्हें सभा स्थल पर लाया गया, जहां उन्होंने उम्मीद लगा कर जुटे जनसैलाब को संबोधित करते हुए यूपी सरकार द्वारा अपनी जायज मांगों के लिए आन्दोलन कर रहे छात्रों पर किये गये जुल्मों की दासतां बयां किये और कहा कि आज पूरे देश में सरकार द्वारा लायी जा रही एनआरसी सीएए व एनपीआर जैसे कानून के विरोध में लोग सड़कों पर हैं.
उन्होंने एएमयू में पुलिस के साथ मिल कर आरएसएस द्वारा हॉस्टल में घुस कर की गयी मारपीट की भी जानकारी दी और कहा उसके बावजूद आज एएमयू जेएनयू व शाहिनबाग में प्रोटेस्ट जारी रखा गया है.
इस, अवसर पर मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी मौलाना अब्दुल्लाह अजहर कासमी, प्रो रिजवान अंसारी मौलाना शफिक अवयावी साहित शहर के क ई बड़े आलिमों व दानिशवरों ने भी अपने अपने विचार रखे और सरकारी की नीति का पुरजोर विरोध दर्ज कराया.