गुमला: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 72वीं पुण्यतिथि के अवसर पर 30 जनवरी से 13 फरवरी 2020 तक राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान का शुभारंभ उपायुक्त गुमला शशि रंजन के द्वारा गांधी पार्क में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया.
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर उपायुक्त द्वारा माल्यार्पण कर उन्हें शत-शत नमन किया गया. साथ ही उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के बल पर देश को स्वतंत्रता दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उपायुक्त ने महात्मा गांधी को शांति का मसीहा एवं अहिंसा का पुजारी बताते हुए उनके संदेशों को अनुकरण करने की अपील की. इस अवसर पर जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी देवेंद्र नाथ भादुड़ी सहित कई लोगों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए नमन किया और अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
महात्मा गांधी पार्क में महात्मा गांधी के पुण्यतिथि के अवसर पर स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया तथा संकल्प लिया गया.
राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान का शुभारंभ करते हुए उपायुक्त के द्वारा उपस्थित पदाधिकारियों/कर्मियों, स्वास्थ्य विभाग तथा जिला कुष्ठ निवारण विभाग के सदस्यों के बीच स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान से संबंधित शपथ दिलाई गई. शपथ के माध्यम से यह संकल्प लिया गया कि कुष्ठ के मरीजों के साथ किसी भी प्रकार का भेद-भाव न करेंगे तथा न किसी को भेद-भाव करने देंगे. राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान 30 जनवरी से 13 फरवरी तक चलाया जाएगा. विदित हो कि कुष्ठ माइक्रो बैक्टीरियम लेप्री से होनेवाला रोग है. यह अनुवांशिक रोग नहीं है. कुष्ठ के मुख्य लक्षण त्वचा के रंग में बदलाव तथा संवेदना में कमी आना है. सभी सरकारी अस्पतालों में कुष्ठ का मुफ्त इलाज किया जाता है. कुष्ठ का पूरी तरह इलाज संभव है. जल्द परामर्श तथा ससमय इलाज से कुष्ठ ठीक हो जाता है तथा विकलांगता से बचाव हो सकता है.
जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. अन्सलेम लकड़ा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सहिया अपने-अपने क्षेत्रों में चिन्हित कुष्ठ पीड़ितों को घर-घर जाकर दवा खिलाने का काम करेगी. उन्होंने बताया कि सुन्न दाग-धब्बों का ज्ञान ही कुष्ठ रोग की पहचान है. इस अभियान में कुष्ठ रोग के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कुष्ठ जागरूकता शिविर लगाया जाएगा. समाज कल्याण विभाग की आंगनबाड़ी सेविकाएं, स्वास्थ्य विभाग की सहिया, विद्यालयों के शिक्षक तथा ग्राम सभाओं में ग्राम प्रधानों द्वारा कुष्ठ रोग की पहचान एवं मरीजों के साथ मानवीय दृष्टिकोण रखने के लिए आमजन को प्रेरित किया जाएगा.
मौके पर जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी देवेंद्रनाथ भादुड़ी, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. अन्सलेम लकड़ा, स्वास्थ्य विभाग तथा जिला कुष्ठ निवारण विभाग के सदस्य, पदाधिकारी/कर्मी व अन्य उपस्थित थे.