दुमका: झारखंड मुक्ति मोर्चा का 41वां स्थापना दिवस रविवार 2 फरवरी को दुमका में मनाया गया. इस मौके पर पार्टी की ओर से सरकार से सीएए और एनआरसी को झारखंड क्षेत्र में पूर्ण रूप से खारिज करने, संथाल परगना एवं छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम को सख्ती से लागू करवाने, पूरे राज्य में नशाबंदी लागू करने, 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति बनाने, संथाली और अन्य क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई शुरू करने की मांग की गयी.
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि दुमका के गांधी मैदान में 41वें झारखंड दिवस के अवसर पर आमजनों की ऐतिहासिक भागीदारी रही और कार्यक्रम की सफलता के लिए कार्यकर्ताओं में अभूतपूर्व जोश था. स्थापना दिवस समारोह में पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन, केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंड सोरेन सहित पार्टी के सभी विधायक एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता मोजूद थे.
इस अवसर पर पार्टी द्वारा स्मार पत्र जारी किया गया जिसमें पार्टी की ओर से अल्पसंख्यक वित्त निगम, पलायन पर अंकुश, उद्योग को बढ़ावा देने, दुमका से पटना व दिल्ली तथा महानगरों के लिए रेल सेवा शुरू करने, कोल इंडिया एवं डीवीसी समेत अन्य सभी पीएसयू का मुख्यालय झारखंड लाने, वनाधिकार कानून को सख्ती से लागू करने, होल्डिंग टैक्स में की गयी वृद्धि को वापस लेने और मोटरयान पर लगाये अतिरिक्त टैक्स पर पुनर्विचार कर उसे घटाने की मांग की गयी है.