सूर्यकांत कमल,
चतरा: गुरुवार को टंडवा के एनटीपीसी में हुए दर्दनाक हादसे में दो मजदूरों की मौत व तीन मजदूरों के घायल होने व कर्नाटक के डांडिया इलाके में चाल धसने से हुए चतरा के दो मजदूरों की मौत की खबर को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है.
सूबे के श्रम एवं नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने राज्य से मजदूरों के पलायन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार मृत मजदूरों के पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है.
आश्रितों को आर्थिक मुआवजे के साथ-साथ सरकार हर संभव मदद देगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजित कर रोजी रोटी की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन करने वाले मजदूरों के पलायन को रोकते हुए उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने को ले कृत संकल्पित है.
मंत्री ने बीएनएन भारत से बातचीत करते हुए दूरभाष पर बताया कि मजदूरों के साथ हो रहे दर्दनाक हादसे कहीं ना कहीं निर्माण एजेंसियों और कंपनियों के लापरवाही को उजागर करता है.
निर्माण कार्य व अन्य कामों के दौरान मजदूरों को एजेंसियों व कंस्ट्रक्शन कंपनियों के द्वारा सेफ्टी किट उपलब्ध नहीं कराने की वजह से शायद दुर्घटनाएं हो रही हैं.
उन्होंने कहा कि वह चतरा प्रवास के दौरान मृतक के आश्रितों से मुलाकात कर सरकारी नियमों के तहत हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास करेंगे.
साथ ही दूसरे राज्यों में रोजगार की तलाश में गए मजदूरों के साथ हो रहे दुर्घटनाओं से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवगत कराते हुए उनसे आश्रितों को आर्थिक सहयोग देने की भी मांग करेंगे.