इंडोनेशिया में 6.9 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप के तेज झटकों के बाद नजदीकी तटीय इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई. हालांकि बाद में यह चेतावनी वापस ले ली गयी. अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र उत्तर सुलावेसी और उत्तर मलुकु के बीच मोलुक्का सागर में स्थित था. यह जमीन से 24 किलोमीटर की गहराई में स्थित था. धरती के लिए भूकंप कोई नई घटना नहीं है. इसके पहले भी धरती के डोलने से भारी तबाही मच चुकी है. जब जब धरती डोली है उसमें लाखों लोग बेमौत मारे गये हैं. दुनिया से कुछ सबसे ताकतवर भूकंप जिसने लाखों लोगों को मौत की नींद सुला दिया.
- नेपाल में 25 अप्रैल 2015 को 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था. इस विनाशकारी भूकंप के कारण 9 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे, और 23हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इससे पहले 1934 में नेपाल और उत्तरी बिहार में 8.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 10 हजार 6 सौ जानें गई थीं.
- तीव्रता के पैमाने पर अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप चिली में 22 मई 1960 को आया था. रिक्टर स्केल पर 9.5 तीव्रता वाले इस भूकंप के कारण सुनामी आई. जिसे दक्षिणी चिली, हवाई द्वीप, जापान, फिलीपींस, पूर्वी न्यूजीलैंड, दक्षिण-पूर्व ऑस्ट्रेलिया समेत कई और देशों में भयानक तबाही मची.
- कैजुअलिटी के हिसाब से दुनिया का सबसे खतरनाक भूकंप चीन में 1556 में आया था. इस विनाशकारी भूकंप में करीब 8.30 लाख लोगों की मौत हुई थी. जबकि इससे भी ज्यादा लोग घायल हुए थे. भूकंप चीन के सांक्सी प्रांत में आया था.
- 28 जुलाई 1976 को चीन के तांगशान शहर में आया भूकंप भी काफी विनाशकारी था. 7.8 तीव्रता वाले भूकंप की वजह से चीन का तांगशान शहर पूरी तरह बरबाद हो गया. भूकंप के कारण 5 लाख से अधिक लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था.
- 1 सितंबर 1923 को जापान के टोक्यो में आया भूकंप भी काफी विनाशकारी था. भूकंप के कारण करीब 1 लाख 43 हजार लोगों की जान चली गयी थी.
- भारत के गुजरात में 26 जनवरी 2001 को शक्तिशाली भूकंप आया. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.9 आंकी गई. इस विनाशकारी भूकंप में कम से कम 30 हजार लोगों की मौत हो गई.
- 8 अक्तूबर, 2005 को पाकिस्तान में 7.6 तीव्रता का भीषण भूकंप आया, जिसमें करीब 75 हजार लोगों की मौत हो गई. इसके करीब 35 लाख लोग बेघर भी हो गये थे.
- 26 दिसंबर, 2004 को श्रीलंका, फिलीपींस और दक्षिणी भारत में भूकंप के कारण आई सुनामी लहरों ने एशिया में 2 लाख 30 हजार लोगों की जान ले ली थी. 8.9 तीव्रता वाले इस भूकंप के कारण लाखों लोग बेघर हो गए थे.
- 21 जून 1990 को ईरान के गिलान में आये तेज भूकंप ने 40 हज़ार जिंदगियां ले ली. हजारों लोग इसमें घायल हो गये. धन जन की भी अपार क्षति हुई.