रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में 15 विभागों के मंत्रियों और मुख्य सचिव विकास आयुक्त और विभागीय सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ लगातार समीक्षा करते हुए कहा कि मशीन मोटर बांटने और बड़ी बड़ी योजना के नाम पर अपव्यय अब नहीं होगा. वही काम होगा जो गरीब के घर में खुशहाली ला सके.
युवाओं को रोजगार देना सबसे बड़ी प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि समीक्षा से यह बात सामने आयी है कि सभी विभागों में बड़ी संख्या में रिक्तियां हैं. इन रिक्तियों के कारण विकास प्रभावित होता है. इतनी रिक्तियों के सहारे काम काज कैसे होगा. एक तय समय सीमा में युवाओं को रोजगार देना सभी विभागों के लिये सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी.
खेल शिक्षकों की बहाली में खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालयों में खेल शिक्षकों की बहाली में खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी. राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर के बेहतरीन खिलाड़ियों को रोजगार के लिए आवश्यक नियम बनाते हुए स्पेशल ड्राइव चलाया जाएगा.
कुपोषण मिटाना सबसे अहम दायित्व
मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान कहा कि अगले 4 साल में राज्य से कुपोषण को मिटाने का अभियान चलेगा. उन्होंने कहा कि एनीमिया और अन्य मानकों पर भी सरकार सुधार का कारगर प्रयास करेगी.
उच्च शिक्षा के लिए बेटियों को महत्व दें
उच्च और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में रिक्तियों और प्रोन्नति को जल्द पूरा करने का निदेश देते हुए बालिकाओं को उच्च और तकनीकी शिक्षा में छात्रवृत्ति सहित प्रोत्साहन दिया जाये.
नर्सों की राज्य सरकार के अस्पतालों में नियुक्ति की जाए
नर्सिंग कॉलेज से पास होने वाली नर्सो की राज्य सरकार के अस्पतालों में नियुक्ति की जाये. साथ ही, कौशल विकास के वहीं केन्द्र चलाये जाएं जो रोजगार दे सके. ऐसे केंद्र जहां से अंडर एम्प्लॉयमेंट हो रहा हो, उसकी समीक्षा करें.
वही योजना करें जिससे किसानों के हालात सुधरें, ग्रामीण हाट को मजबूत करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के हालात सुधारें और खेती से पैदावार बढ़े उसके लिए कार्य किया जाये. जो किसान हित में हो उसी पर काम हो. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कृषि उत्पादों की बिक्री के लिए ग्रामीण हाट को मजबूत किया जाये.
लोगों को पीने का पानी मिले इसको केंद्र में रख कर काम करें
पेयजल की योजनाओं में लोगों को पीने का पानी मिले इसको केंद्र में रख कर काम करें. शौचालय निर्माण में सभी जिले में हुए कार्यों के शिकायत पर भौतिक सत्यापन करें.
केवल उपयोगी योजनाओं पर कार्य को प्राथमिकता दे
जलसंसाधन के तहत सिंचाई की वैसी योजनाएं जो केवल खर्च बढ़ा रही है तथा सिंचाई की संभावना नहीं दिख रही उनपर अलग से समीक्षा करने और केवल उपयोगी योजनाओं पर कार्य को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में मॉडल नियोजनालय सहित प्रखण्ड और अंचल के कार्यालयों को साफ सुथरा और सुदृढ़ करें.
इन विभागों की समीक्षा हुई
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता, उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास, उत्पाद एवं मद्य निषेध, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण, परिवहन, अल्पसंख्यक कल्याण एवं निबंधन, महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण, आपदा प्रबंधन, श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता, पेय जल एवं स्वच्छता, जल संसाधन, भवन निर्माण और सूचना प्रौद्योगिकी एवं ई-गवर्नेंस विभाग की समीक्षा हुई.
बैठक में उपस्थिति
समीक्षा बैठक में मंत्री जगरनाथ महतो, चम्पाई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जोबा मांझी, सत्यानन्द भोक्ता, बन्ना गुप्ता, बादल, मिथिलेश कुमार ठाकुर, मुख्य सचिव डॉ डी के तिवारी, विकास आयुक्त सुखदेव सिंह, विभिन्न विभागों के सचिव, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपालजी तिवारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.