जमशेदपुर: एमजीएम में सफाई कर्मचारियों के हड़ताल के पूर्व 24 घंटे में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के पहल पर वेतन मिलने से खुश होकर सफाई कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री और अधीक्षक को बधाई देने अधीक्षक कार्यालय पहुंचे.
आपको बता दें कि जमशेदपुर के साकची में कोल्हान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. वैसे तो यह अस्पताल अक्सर विवादों और सुर्खियों में रहता है. लेकिन ताजा घटनाक्रम बेहत ही नाटकीय है.
आपको बता दें कि कल यहां के सफाईकर्मियों ने अस्पताल प्रशासन को सख्त हिदायत दी थी, कि अगर आज यानी मंगलवार दिन के 12 बजे तक उनका बकाया वेतन, वेतन विसंगतियां पीएफ, इएसआईसी व अन्य सुविधाएं अगर बहाल नहीं कराई जाती है, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
इधर, इनकी धमकियों के बीच दिनभर तरह- तरह की अफवाएं उड़ती रही. हालांकि, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने अस्पताल के अधीक्षक को सख्त हिदायत दे रखा था कि चाहे कुछ भी हो जाए अस्पताल के सफाईकर्मी हड़ताल पर नहीं जाएं, इसका ख्याल रखा जाए.
अधीक्षक ने किसी तरह से सफाईकर्मियों को एक सप्ताह के भीतर वेतन दिलाने के नाम पर सहमत कर लिया था, कि मंत्री के अस्पताल प्रतिनिधि की ओर से एक खुशी का पैगाम लाया गया और सभी सफाईकर्मियों का वेतन भुगतान करा दिया गया.
इस संबंध में मंत्री के प्रतिनिधि ने बताया कि मंत्री निजी तौर पर इन सफाईकर्मियों के प्रति संवेदनशील थे, और संवेदक को अल्टीमेटम जारी करते हुए मंगलवार को दो घंटे के अंदर भुगतान करने का निर्देश दिया था.
यही कारण है कि ठेकेदार द्वारा इनका भुगता करया गया. वहीं सभी सफाई कर्मियों ने मंत्री और अधीक्षक के प्रति आभार प्रकट किया. जबकि अधीक्षक ने मंत्री के प्रयासों की सराहना की. कुल मिलाकर तात्कालिक मामला तो सुलझ गया है, लेकिन वेतन विसंगतिया, पीएफ, ईएसआईसी का मामला अभी भी नहीं सुलझा है. फिलहाल सफाईकर्मी खुश हैं.