इलेक्ट्रिक व्हीकल का सबसे बड़ा फायदा तो यह है कि इससे प्रदूषण में कमी देखने को मिलेगी। दरअसल पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियां वातावरण में हानिकारक और जहरीले गैस का उत्सर्जन (Emission) करती हैं। इससे वायु की गुणवत्ता खराब होती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। इसलिए यदि आप चाहते हैं कि आपका शहर प्रदूषण मुक्त रहे और आपकी सेहत दुरुस्त रहे, तो इलेक्ट्रिक व्हीकल का इस्तेमाल करना शुरू कर दीजिए। वैसे इलेक्ट्रि्क व्हीकल के इस्तेमाल से वायु प्रदूषण (Air Pollution) के साथ-साथ ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution) में भी कमी आएगी। क्योंकि इलेक्ट्रिरक से चलने वाली गाड़ियां पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों के मुकाबले ज्यादा शांत होती हैं।
कच्चे तेल के निर्भरता में कमी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश की कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता 82.9 प्रतिशत से बढ़कर 83.7 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यह आंकड़े बता रहे हैं कि भारत एक बहुत बड़ी रकम पेट्रोलियम पर खर्च कर रहा है। ऐसे में इलेक्ट्रिक व्हीकल के इस्तेमाल से भारत की इस निर्भरता को कम करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा यदि आप इलेक्ट्रिक व्हीकल का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो इससे बड़े स्तर पर नई नौकरियां पैदा होंगी।
इलेक्ट्रिक व्हीकल की परफॉर्मेंस जबरदस्त
कोई भी कार आपके लिए अच्छी है या नहीं, उसकी परफॉर्मेंस से पता चलता है। अब सवाल यह उठता है कि हाईवे और सिटी में इलेक्ट्रिक व्हीकल की परफॉर्मेंस कैसी है? बता दें कि इलेक्ट्रिक व्हीकल्स हाई पावर और अत्यधिक कुशल इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा संचालित होते हैं। बात अगर Hyundai KONA की एडवांस इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी की करें तो यह पावरफुल परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती है। यह 0 से 100 किलोमीटर की रफ्तार सिर्फ 9.7 सेकंड्स में पकड़ लेगी, जो परफॉर्मेंस के लिहाज से बेहतर है और ड्राइविंग को मजेदार बनाएगी।
सरकार दे रही है EV के इस्तेमाल को बढ़ावा
सरकार EV को लेकर पूरी तरह से गंभीर है, ताकि लोग पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों का इस्तेमाल कम से कम करें। वह अपने स्तर पर लोगों की सहायता भी कर रही है। लोगों को EV चलाने में भरपूर सहूलियत और लाभ मिले इसके लिए देश के कुछ राज्यों ने अपने नीतियों को अंतिम रूप दे दिया है। दिल्ली सरकार की योजना हर तीन किमी पर चार्जिंग स्टेशन बनाने और साथ ही साथ प्राइवेट चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए सब्सिडी देने की भी है। दिल्ली सरकार सब्सिडी के साथ-साथ सभी कैटेगरी में रोड टैक्स, रजिस्ट्रेशन फीस माफ जैसे फायदे देने पर विचार कर रही है। वहीं, ऊर्जा मंत्रालय ने 2023 तक चार्जिंग इन्फ्रा सेटअप योजना की घोषणा कर दी है। इसके अलावा कई निजी कंपनियां इसको लेकर पायलट प्रोजेक्ट पर काम भी कर रही हैं और लोग ज्यादा से ज्यादा इसका इस्तेमाल करें इसके लिए संभावनाएं भी तलाश रही हैं।
बिना पेट्रोल लंबी दूरी की यात्रा करें
इलेक्ट्रिक व्हीकल का इस्तेमाल करना ठीक वैसा ही है जैसे आप फोन का इस्तेमाल करते हैं। एक बार फुल चार्ज करने के बाद आप कहीं भी हों आपको समस्या नहीं आएगी। वैसे चार्जिंग की समस्या न हो इसके लिए Hyundai ने भी अपनी कार KONA में कई बेहतरीन फीचर्स दिए हैं। यह दो वर्जन (39.2kWhऔर 64kWh) में उपलब्ध है। 39.2kWh की बैटरी वाले वर्जन को फुल चार्ज करने पर 452किलोमीटर की रेंज मिलेगी। वहीं 64kWh की बैटरी वाले वर्जन को एक बार चार्ज करने पर 480ज्यादा किलोमीटर की रेंज मिलेगी। इसके अलावा आप इसकी बैटरी को आसानी से घर पर चार्ज कर सकेंगे। इसमें आपको इंडस्ट्री की सबसे अच्छी EV बैटरी मिलेगी, जो एडवांस सेफ्टी प्रोटेक्शन मैकेनिज्म से लैस होगी।
Hyundai KONA भारत में उपलब्ध अन्य इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की तुलना में बेहतर बैटरी टेक्नोलॉजी और कुशल पावर ट्रेन सिस्टम से लैस होगी। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को लेकर आम तौर पर लोगों में सबसे बड़ा डर बैटरी की लाइफ को लेकर होता है, लेकिन KONA EV के साथ ऐसा नहीं है। इसमें लंबे समय तक चलने वाली बैटरी दी जाएगी, जिससे आप लंबी दूरी की यात्रा को आसानी से तय कर सकते हैं। यदि आप KONA के 39.2kWh बैटरी वाले वर्जन को फुल चार्ज करेंगे, तो यह 452किलोमीटर की रेंज देगी यानी इतनी दूरी तय करेगी। इसकी बैटरी फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करेगी और इसे 54 मिनट में 80 प्रतिशत तक DC फास्ट चार्जर के जरिए चार्ज किया जा सकेगा। वहीं यदि आप AC चार्जर के जरिए इलेक्ट्रिक गाड़ी को चार्ज करते हैं तो पूरा चार्ज होने में करीब 6 घंटे का समय लग सकता है।
मेनटेनेन्स पर बहुत कम खर्चा
पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की लागत दो से ढाई गुना अधिक होती है। हालांकि, जब आप इसे खरीदकर घर लाते हैं, तो इसका रनिंग और मेनटेनेन्स कॉस्ट पारंपरिक वाहनों की तुलना में करीब एक-चौथाई ही होता है, अर्थात इसकी मेनटेनेन्स लागत काफी कम होता है।
सुरक्षा मानकों पर खरी उतरे
यदि कोई इलेक्ट्रिक व्हीकल चलाएगा तो उसके दिमाग में सुरक्षा का सवाल सबसे पहले आएगा। चाहे बात इलेक्ट्रिक शॉक की हो या फिर रासायनिक रिसाव की, EV चलाना पूरी तरह से सेफ है। वैसे सेफ्टी के मामले में Hyundai का स्कोर हमेशा ही अच्छा रहा है। यह बात इलेक्ट्रिक व्हीकल Hyundai KONA के साथ भी लागू होती है। इस कार में इंडस्ट्री की सबसे अच्छी EV बैटरी दी गई है, जो एडवांस प्रोटेक्शन मैकेनिज्म से लैस है। प्रतिकूल मौसम में इसे ड्राइव करना काफी सुरक्षित होगा।
इलेक्ट्रिक व्हीकल का डिजाइन
कार खरीदते समय सबसे पहले हम उसके डिजाइन से प्रभावित होते हैं। कार का फ्रंट, रियर, साइड प्रोफाइल और इंटीरियर कैसा है, कार खरीदते समय हम जरूर ध्यान देते हैं। वैसे आजकल कई इलेक्ट्रिक व्हीकल में भी आपको कई बेहतरीन डिजाइन देखने को मिलते हैं। अब आप Hyundai KONA को ही ले लीजिए। यह एक SUV डिजाइन कार है, जो दिखने में बहुत ही एट्रैक्टिव लगती है। इसका डिजाइन अर्बन, स्टाइलिस्ट और फ्यूचरिस्टिक है। इसमें मॉर्डन कारों में दिए जाने वाले तमाम फीचर्स मिलेंगे। इसका अनोखा फ्रंट ग्रिल, हाई टेक फीचर्स और बोल्ड डिजाइन इसे एक बेहतरीन इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाते हैं।
तकनीकी तौर पर हम भले ही विकसित हो रहे हैं, लेकिन पर्यावरण को लेकर अब हमें संवेदनशीलता दिखानी होगी, ताकि भविष्य में आने वाली पीढ़ी को एक प्रदूषण मुक्त वातावरण मिल सके और इसमें इलेक्ट्रिक गाड़ियां काफी योगदान दे सकती हैं। यह न केवल सुरक्षित हैं, बल्कि पारंपरिक गाड़ियों के मुकाबले इसका मेनटेनेन्स खर्चा भी बहुत कम है। साथ ही, सरकार का भी इसमें पूरा सपोर्ट है।