मो. अरबाज,
चतरा : चतरा में कल्याण विभाग में हुए करीब साढ़े नौ करोड़ रुपये के महाघोटाले में संलिप्त आरोपियों को पुलिस द्वारा संरक्षण देने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर चतरा पुलिस के दामन पर घोटालेबाज को संरक्षण देते हुए भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का दाग लगा है.
इस बार पुलिस पर गरीब किसानों को मिलने वाले फसल बीमा की राशि का घोटाला करने वाले अभियुक्त को अनुसंधान के नाम पर गिरफ्तार नहीं करने का आरोप लगा है. इस बाबत स्थानीय नेता गोविंद राम दांगी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर घोटालेबाज पूर्व पैक्स अध्यक्ष को अविलंब गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है.
मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में शिकायतकर्ता ने कहा है कि वर्ष 2009-10 में सदर प्रखंड अंतर्गत खरीक-रक्सी पैक्स में पूर्व पैक्स अध्यक्ष चंद्रदेव गोप द्वारा फर्जीवाड़ा कर फसल बीमा की राशि का घोटाला करने का लिखित शिकायत लोकायुक्त से करते हुए जांच की मांग की थी.
जिसके बाद जांच में पैक्स अध्यक्ष द्वारा फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपये फसल बीमा राशि का घोटाला करने की पुष्टि हुई थी. उन्होंने कहा है कि अधिकारियों के इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर लोकायुक्त के निर्देश पर खरीक-रक्सी पैक्स के तत्कालीन अध्यक्ष चंद्रदेव गोप के विरुद्ध सदर थाना में फर्जीवाड़ा कर सरकारी राशि का गबन करने संबंधित प्राथमिकी 20 सितंबर 2017 को दर्ज की गई थी.
जिसका प्राथमिकी संख्या 290/17 है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपी ने उच्च न्यायाल में एंटी सेपेट्री बेल फाईल किया था. लेकिन सरकारी वकील व शिकायतकर्ता के पक्ष की दलील सुनने व साक्ष्य के आधार पर जस्टिस अनंत विजय सिंह की अदालत ने चंद्रदेव गोप की याचिका 19 जून 2018 को सुनवाई के बाद खारिज कर दिया था.
सीएम को भेजे पत्र में शिकायतकर्ता ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि जब विभागीय जांच में फर्जीवाड़ा कर फसल बीमा राशि के घोटाले व गबन की पुष्टि हो चुकी है तो फिर पुलिस तीन वर्षों से किस तरह का अनुसंधान कर रही है.
जिसके कारण न तो आरोपी को गिरफ्तार किया जा रहा है और न ही उसके विरुद्ध अन्य कार्रवाई. उन्होंने पुलिस पर साक्ष्य मिटाने के लिए आरोपी घोटालेबाज पैक्स अध्यक्ष को खुली छूट देने का आरोप लगाया है. कहा है कि अगर घोटालेबाज चंद्रदेव गोप की अविलंब गिरफ्तारी नहीं होती है तो अभियुक्त साक्ष्य मिटाने में सफल हो जाएगा.
स्थानीय नेता ने सीएम से यह भी पूछा है कि सरकार गरीबों के विकास व कल्याण की नीति के तहत काम कर रही है.
बावजूद किसके सह पर गरीब किसानों को मिलने वाला फसल बीमा की राशि फर्जीवाड़ा कर गटकने वाले पूर्व पैक्स अध्यक्ष चंद्रदेव गोप की गिरफ्तारी में पुलिस तनिक भी दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. क्या पूर्व की सरकारों की तरह यह सरकार भी घोटालेबाजों को संरक्षण दे रही है.
घोटालेबाजों पर होगी कार्रवाई, भ्रष्टाचार से नहीं होगा समझौता : मंत्री
इधर गरीब किसानों के फसल बीमा राशि को गटकने वाले पैक्स अध्यक्ष पर कार्रवाई में देरी को मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने गंभीरता से लिया है.
उन्होंने कहा है कि सरकार जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम कर रही है. हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठित महागठबंधन की सरकार भय, भूख व भ्रष्टाचार को प्रदेश से जड़ से उखाड़कर फेंकने की दिशा में काम कर रही है.
भ्रष्टाचार और घोटालों को किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा.