जमशेदपुर: कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में तैनात होमगार्ड के जवानों को पिछले सात महीने से मानदेय नहीं मिल रहा है. आपको बता दें कि इस अस्पताल में पूर्व में 60 जवानों की तैनाती थी, जिसे घटाकर 30 कर दिया गया है लेकिन 30 जवानों को भी अस्पताल प्रबंधन या सरकार की ओर से वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है.
वैसे यह स्थिति सभी विभागों में तैनात जवानों की है जहां लगभग सभी विभागों में पदस्थापित जवानों को पिछले सात महीनों से वेतन नहीं दिया जा रहा है. वहीं जवानों ने बताया कि साल 2018 में छत्तीगढ़ चुनाव ड्यूटी पर गए जवानों का भी वेतन नहीं दिया गया है. इधर रविवार को अस्पताल में तैनात जवानों ने स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर बकाया वेतन जल्द से जल्द दिलाने का अनुरोध किया.
जवानों ने बताया कि मंत्री ने मामले को काफी गंभीरता से लिया है और अस्पताल के अविलंब बकाया वेतन का भुगतान करने संबंधी पत्र लिखा है. वैसे सूबे के मुख्यमंत्री ने सत्ता संभालते ही होमगार्डों के बकाया वेतन भुगतान करने का आदेश निर्गत किया है, बावजूद इसके जवानों के वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा जिससे जवानों की स्थिति चरमरा गई है.