- अलग-अलग मस्जिदों में अलग-अलग समय पर ईद की नमाज अदा की गई
- डोरंडा ईदगाह में मौलाना अलकमा शिबली ने कहा कि ईद खुशियों और अमन का त्योहार
रांची. राजधानी समेत पूरे झारखंड में बुधवार को ईद-उल-फित्र की नमाज पूरी अकीदत के साथ पढ़ी गई। शहर में सबसे पहली नमाज अहले हदीस मस्जिद में अदा की गई। यहां सुबह 6:30 बजे नमाज पढ़ी गई। इसके बाद अलग-अलग मस्जिदों में अलग-अलग समय पर नमाज अदा की गई। जबकि शहर के प्रमुख ईदगाह हरमू रोड स्थित रांची ईदगाह और डोरंडा स्थिति डोरंडा ईदगाह में सुबह 9:15 बजे और 9:30 बजे नमाज अदा की गई।
नमाज के बाद इमाम द्वारा खुत्बा पढ़ी गई
रांची ईदगाह में मौलाना असगर मिस्बाही ने ईद की खुशी के संबंध में अपनी तकरीर में कहा कि गरीबों को अपनी खुशियों में शामिल करना ही ईद है। वहीं, डोरंडा ईदगाह में मौलाना अलकमा शिबली ने कहा कि ईद खुशियों और अमन का त्योहार है। इसलिए सभी के साथ मिलजुल कर रहे। इससे पूर्व मस्जिदों और ईदगाह के पास काफी पहले से ही नमाजियों की भीड़ नजर आने लगी थी। वहीं, देर से आने वालों को मस्जिद और ईदगाह के बाहर सड़क पर चादर व जानमाज बिछाकर नमाज पढ़नी पड़ी। नमाज के बाद इमाम द्वारा खुत्बा पढ़ी गई। खुत्बा खत्म होने के बाद लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर ईद की बधाई दी।
नमाज के बाद चला मेजबानी का दौर
ईद के मौके पर घरों में सेवईयां और विभिन्न पकवान बनाए गए थे। ईदुल फित्र की नमाज अदा करने के बाद लोगों ने घरों में एक दूसरे को सेवईयां खिलाकर मुंह मीठा कराया। पड़ोसियों, दोस्तों, रिश्तेदारों आदि को घर में सेवाईयां और दूसरे व्यंजन खिलाकर मेजबानी का मुजाहिरा किया। वहीं, गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करते हुए हिंदू समुदाय के लोग भी ईद की बधाई देने मुस्लिम दोस्तों के घर पहुंचे। यहां भी कई तरह की सेवईयां और पकवान सभी के सामने परोसे गए।
खिलौनों के लिए मचल उठे बच्चे
ईद की नमाज अदा करने के बाद जहां बड़े लोग एक दूसरे से मिलने में व्यस्त रहे। वहीं, बच्चों का पसंदीदा स्थान कर्बला चौक स्थित मेला रहा। यहां बच्चों के खिलौने व खाने पीने की दुकानें सजी हुई थीं। रंग-बिरंगे कपड़े पहने और टोपी-चश्मा लगाए बच्चे अपने परिजनों के साथ मनपसंद चीजों के लिए मचलते नजर आए। किसी को बैट्री वाली कार पसंद आई तो किसी को किचेन सेट। कोई हेलीकाॅप्टर के लिए जिद कर रहा था तो कोई खिलौना मोबाइल के लिए। अभिभावकों ने भी ईद के दिन बच्चों का बिना दिल तोड़े उनकी हर फरमाइश पूरी की।