दरभंगा: नीतीश कुमार ने बिहार के दरभंगा में रविवार को एक सभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर दोहराया कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगा. नीतीश दरभंगा जिले के हायाघाट ब्लॉक के चंदनपट्टी में मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे. हालांकि जेडीयू ने केंद्र के नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया था.बिहार में भाजपा-जेडीयू गठबंधन की सरकार है, लेकिन यहां भी मोदी सरकार से उलट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनआरसी और एनपीआर को लेकर बड़ा बयान दिया है
इसके साथ-साथ उन्होंने एनपीआर पर अपना रुख साफ करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) का 2010 में किए गए तरीके से ही अद्यतन किया जाएगा. उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चुप्पी साधे रखी. दरभंगा के मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी कैंपस में लोगों ने जब मुख्यमंत्री से सीएए, एनआरसी और एनपीआर पर उनकी राय पूछी गई तब उन्होंने ये बातें कहीं.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने मौलाना अबुल कलाम आजाद की तुलना महात्मा गांधी से की. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बापू को लोग याद रखते हैं उन्हें मौलाना आजाद को भी याद रखना होगा क्योंकि ये भी देश के बंटवारे के खिलाफ थे. दरभंगा में उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से संबंधित 80 करोड़ रुपये की लागत वाली कई योजनाओं का शिलान्यास किया.