नई दिल्ली: भारतीय पुरुष हॉकी टीम के उप कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा है कि टीम को आगामी टोक्यो ओलंपिक से पहले कुछ क्षेत्रों पर खास ध्यान देने की जरूरत है. भारतीय टीम ने एफआईएच प्रो लीग के पिछले मैच में मौजूदा चैंपियन आस्ट्रेलिया को पेनाल्टी शूट आउट में 3-1 से हराया था. इससे पहले टीम को 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था. हरमनप्रीत को आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला था.
हरमनप्रीत ने कहा, ‘विश्व की टॉप-3 टीमों के खिलाफ अच्छा परिणाम था और इससे पूरी टीम का आत्मविश्चवास बढ़ा है. लेकिन अभी भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जोकि हमारे लिए चिंता का सबब बने हुए हैं. आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के बाद जब टीम बेंगलुरू के साई सेंटर में अभ्यास के लिए एकजुट हुई है तो हमने अपने बेसिक्स पर ध्यान देने का फैसला किया है.’
उपकप्तान का मानना है कि टीम को सभी चार क्वार्टरों में निरंतरता बनाए रखने की जरूरत है और साथ ही गोल स्कोरिंग में सुधार करने की जरूरत है.
उन्होंने कहा, ‘इन मैचों में क्वार्टरों के बीच धीमा पड़ने के कारण हमें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है. यह एक ऐसा क्षेत्र हैं, जिसपर ओलंपिक खेलों से पहले सुधार करने की जरूरत है. कोच का भी मानना है कि सर्किल पर पेनाल्टी में हम और भी बेहतर कर सकते हैं. इसके अलावा पेनाल्टी कॉर्नर पर भी ज्यादा गोल खाने से बच सकते हैं.’
भारतीय महिला हॉकी टीम भी आगामी टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों में जुटी हुई है. टीम की उपकप्तान और गोलकीपर सविता का मानना है कि टीम ने हाल के न्यूजीलैंड दौरे से काफी कुछ सीखा है.
सविता ने कहा, ‘मौजूदा कैम्प में हम अपनी फिटनेस, स्पीड, गोल शूटिंग, बॉल पर नियंत्रण और टैकलिंग में सुधार कर रहे हैं. इसके साथ ही हमने विभिन्न संयोजनों के साथ भी खेलने की कोशिश की है, जोकि मिडफील्डर और फारवर्ड लाइन में प्रभावकारी है. टीम खुद को साबित करती है और प्रतिस्पर्धा के लिए यह अच्छी बात है. इससे प्रतिस्पर्धात्मक माहौल बनाने और एक टीम के रूप में सुधार करने में मदद मिल रही है.