नई दिल्लीः दिल्ली के फैले अराजकता के बीच कॉन्ग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली हिंसा पर देरी से कार्रवाई करने को लेकर उनका इस्तीफा मांगा है.
उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली हिंसा एक सोचा-समझा षडयंत्र है. यह हमने दिल्ली चुनाव के दौरान भी देखा था. केंद्रीय नेतृत्व और दिल्ली सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए सोनिया गांधी ने पांच सवाल पूछे हैं.
Congress Interim President Sonia Gandhi:Delhi Police has remained paralysed in the last 72 hrs-around 18 lives have been lost so far, including a head constable,&hundreds are in hospital, many with gunshot injuries. Violence continues unabated on the streets of North East Delhi pic.twitter.com/c0cMWpLY7L
— ANI (@ANI) February 26, 2020
1- पिछले रविवार से गृहमंत्री कहां थे और उन्होंने क्या कदम उठाए?
2- दिल्ली के सीएम क्या कर रहे थे?
3- दंगे वाले इलाके में कितनी फोर्स भेजी गई?
4- पैरामिलिट्री फोर्स बुलाने में इतनी देर क्यों हुई?
5- दिल्ली चुनाव के बाद खुफिया विभाग के पास क्या इनपुट थे?
सोनिया ये भी कहा कि दिल्ली पुलिस पिछले 72 घंटे से निष्क्रिय है, 20 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जिसमें एक हेड कांस्टेबल भी शामिल है.
वहीं कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक खत्म कर पत्रकारों से मुखातिब हुई प्रियंका गांधी ने कहा कि सभी को शांति बनाए रखने की जरूरत है.
इधर दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शाहदरा के उस्मानपुर में अमन कमेटी की बैठक की. वहीं दिल्ली के रोड नंबर 66, ब्रह्मपुरी रोड, घोंडा रोड, जाफराबाद, वेलकम और भजनपुरा में पुलिस पैदल मार्च कर रही है जिससे स्थिति काफी हद तक सामान्य हुई है.
बताते चलें की दिल्ली में बीते तीन दिनों में हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है जबकि कुल 189 लोग घायल हैं.
तीन दिन के बाद आज दिल्ली में हालात सामान्य हैं, लेकिन कुछ इलाकों से छिटपुट पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आ रही हैं.
वहीं मुख्यमंत्री केजरीवाल ने राजधानी के हालात को चिंताजनक बताते हुए गृहमंत्री को सेना बुलाने के लिए खत लिखा है.
केंद्र सरकार ने हालात को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी अब एनएसए अजित डोभाल को सौंप दी है.