रांची: बहुचर्चित अरबो रुपये के चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) लालू प्रसाद यादव की जांच रिपोर्ट की गुरुवार को रिम्स में 8 सदस्यीय मेडिकल टीम ने समीक्षा की. इस दौरान यह तय किया गया कि लालू के इलाज के लिए दिल्ली, एम्स के नेफ्रोलॉजिस्ट से परामर्श लिया जाएगा. इसके बाद ही यह स्प्ष्ट हो सकेगा कि लालू प्रसाद को एम्स भेजना है या फिर रिम्स में ही उनका इलाज चलेगा.
रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक विवेक कश्यप ने रांची में पत्रकारों को बताया कि मेडिकल टीम ने लालू प्रसाद यादव के इलाज से संबंधित सभी जांच रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद निर्णय लिया है कि उनका इलाज ठीक से चल रहा है. उन्होंने बताया कि राजद अध्यक्ष की मुख्य बीमारी किडनी से संबंधित है और रिम्स में गुर्दा रोग का चिकित्सक (नेफ्रोलॉजिस्ट) उपलब्ध नहीं होने के कारण अब इस रोग के किसी विशेषज्ञ को बाहर से बुलाकर या फिर यादव को उनके पास भेजकर सलाह ली जाएगी.
डाॅ. कश्यप ने कहा कि यदि विशेषज्ञ नेफ्रोलॉजिस्ट ने कहा कि रिम्स में यादव का इलाज सही नहीं चल रहा है और उन्हें दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भेजा जाना चाहिए तब इसपर विचार किया जाएगा. फिलहाल मेडिकल टीम की रिपोर्ट के अनुसार लालू प्रसाद यादव का इलाज रिम्स में ही चलेगा.
राजद अध्यक्ष का इलाज कर रहे रिम्स के यूनिट इंचार्ज प्रो. डॉ. उमेश प्रसाद ने इस वर्ष 18 फरवरी को रिम्स प्रबंधन को पत्र लिखकर मेडिकल बोर्ड गठित करने का आग्रह किया था. पत्र में कहा गया था कि लालू प्रसाद यादव का रिम्स में पिछले डेढ़ साल से इलाज चल रहा है. न्यायालय ने कहा था कि इलाज कर रहे चिकित्सक को यदि देश के बड़े संस्थान से राजद अध्यक्ष के स्वास्थ्य की समीक्षा कराने की आवश्यकता महसूस होती है, तो उन्हें वहां भेजा जा सकता है.
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव दिसंबर 2017 से रांची की बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं. बीमार होने की वजह से उनका इलाज रिम्स के पेइंग वार्ड में किया जा रहा है. पिछले साल 17 मार्च को उनकी तबीयत बिगड़ने पर पहले रिम्स और फिर उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया. न्यायालय ने उन्हें 11 मई 2019 को इलाज के लिए छह हफ्ते की जमानत मंजूर की थी. इसे बढ़ाकर 14 और फिर 27 अगस्त किया गया. इसके बाद अदालत ने 30 अगस्त को लालू यादव को न्यायालय में आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था. इसके बाद से वह रिम्स में भर्ती हैं.
Also Read This: सिविल सर्विसेज चेस टूर्नामेंट में सुधीर सिन्हा शीर्ष पर
राजद अध्यक्ष अनियंत्रित मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, क्रॉनिक किडनी डिजीज (स्टेज थ्री), फैटी लीवर, पेरियेनल इंफेक्शन, हाइपर यूरिसिमिया, किडनी स्टोन, फैटी हेपेटाइटिस, प्रोस्टेट जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं.