- वन प्रबंधन एवं संरक्षण समिति की अब पूर्वी सिंहभूम में 300 से ज्यादा शाखाएं
घाटशिला. चाकुलिया ब्लॉक स्थित भातकुंडा पंचायत के सुनसुनिया जंगल में पद्मश्री से सम्मानित लेडी टार्जन जमुना टुडू ने पर्यावरण दिवस मनाया। जमुना ने अपनी सखियों संग सुनसुनिया जंगल में स्थित साल के पेड़ों की आरती उतारी। इस अवसर पर जमुना टुडू ने साल के वृक्षों को भाई मान का शपथ लिया कि हम पेड़ों की रक्षा करेंगे, उसे कटने नहीं देंगे।
गश्ती कर जंगल को बचाने का प्रयास करती है समिति
लेडी टार्जन जमुना टुडू ने कहा कि उनकी वन प्रबंधन एवं संरक्षण समिति की अब पूर्वी सिंहभूम में 300 से ज्यादा शाखाएं बन चुकी हैं। एक समिति में कई महिलाएं सदस्य हैं। सभी जंगलों में गश्ती कर पेड़-पौधों को बचाने का प्रयास करती हैं। पौधरोपण के लिए ग्रामीणों को जागरूक भी करती हैं ताकि जंगल बढ़े।
लोगों के बीच लड्डू भी बांटा
जमुना का मानना है कि धरती के लिए पेड़-पौधे बेहद जरूरी हैं। सभी को इसपर ध्यान देना चाहिए। ये हैं तो हम हैं। इस अवसर पर उन्होंने लोगों के बीच लड्डू भी बांटा। मौके पर बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष शंभुनाथ मल्लिक, दुलारी हेंब्रम, राधिका महतो, लिलावती दास, पार्वती सोरेन, गिता महतो, सुफला महतो, कनक महतो, सलमा हेंब्रम, सुमित्रा महतो, दिपती महतो आदि उपस्थित थे।
100 एकड़ वन हर दिन गायब हो रहा
जमुणा टुडू ने बताया- हम विकास की बात तो करते हैं लेकिन इंसान के निजी स्वार्थ के चलते जो प्राकृतिक विनाश हुआ है, उसका खमियाजा आज संपूर्ण मानव जाति को उठाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि पेड़ लगाने के लिए हर वर्ष सरकार व सामाजिक संस्थाएं प्रयास कर रही है। लेकिन वास्तविकता कहीं पर नजर नहीं आती। विभिन्न प्रकार की योजनाएं लाकर लाखों-लाखों पेड़ लगाएं जाते हैं। लेकिन उनकी देखभाल के नाम पर कुछ नहीं किया जाता। उन्होंने बताया कि पेड़ों की कमी के कारण दुनिया का मौसम तेजी से बदल रहा है। जिस कारण मानव के सामने बहुत संकट पैदा हो रहे हैं, अगर अभी से नहीं जागे तो आगामी समय में परिणाम और भयंकर आएंगे। जमुणा टुडू ने कहा कि एक अनुमान के अनुसार दुनिया के 100 एकड़ वन हर दिन गायब हो रहे हैं। सारी दुनिया में प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी समय में प्रखंड में लगने वाले पेड़ों की देखभाल के लिए वह भी लोगों के संपर्क में रहेंगे।