लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों से कोर कमांडर के रूप में पदभार ग्रहण किया. यह उनके लिए घर वापसी जैसा है. इससे पहले वह नियंत्रण रेखा पर ब्रिगेड कमांडर के रूप में काम कर चुके हैं. उन्होंने उग्रवाद प्रभावित दक्षिण कश्मीर में सेना की काउंटर इंसरजेंसी टीम विक्टर फोर्स का भी नेतृत्व किया है.
उन्होने कहा कि सेना हर नागरिक की मित्र है और इस संदेश को उनके पूर्ववर्ती ने आम जनता के बीच में बहुत प्रमुखता से पहुंचाया है. उनकी कोशिश होगी कि यह अभ्यास जारी रहे. 1984 बैच के एनडीए के पूर्व छात्र लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने कहा कि अभी उनके लिए आतंकवादी नियंत्रण में हैं अथवा नहीं इस पर कोई टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी.
मेरा मानना है कि अलगाववादी भावनाओं को पोषित करने वाले लोगों को दरवाजा दिखाया गया है. हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी गुट के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी के मारे जाने के बाद वर्ष 2016 में उन्होंने कश्मीर की स्थिति बहुत अच्छी तरह संभाली थी.
पिछले कार्यकाल के दौरान उन्होंने बच्चों को विभिन्न खेलों और रचनात्मक गतिविधियों में व्यस्त रखा था . और उन्हें इस बात का विश्वास दिलाय था कि सेना उनके साथ है. इन गतिविधियों में सेना द्वारा खेल और पेंटिंग प्रतियोगिताओं जैसे आउटरीच कार्यक्रमों की एक श्रंखला शुरू करायी गई थी.