रांची: एनएसयूआयी के प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह एवं टीम ने शिक्षा मंत्री से मुलाकात की एवं ज्ञापन सौंपा. निजी स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों से ही पढ़ाई हो. विदित हो की निजी स्कूलों की मनमानी को लेकर एनएसयूआयी का प्रतिनिधि मंडल शिक्षा मंत्री से मिला एवं समस्याओं से अवगत कराया. सभी निजी स्कूल दूसरे प्रकाशनों की पुस्तकें देते है, जो एनसीईआरटी के दामों से दुगुना दाम वसुलते है.
इंदरजीत सिंह ने कहा कि निजी स्कूलों का एकाधिकार खत्म करने के लिए सभी बोर्ड के निजी स्कूलों के लिए निर्देश जारी किया जाए.
विद्यालयों को पालकों पर किताबें, स्कूल ड्रेस और अन्य शैक्षिणक सामग्री खरीदने के लिए दबाव नहीं डालने के लिए कहा है. हर वर्ष इस तरह के निर्देश जारी होते हैं, लेकिन पालन नहीं होता है.
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निजी विद्यालय प्रबंधन एवं प्राचार्य पाठ्य पुस्तकों, यूनिफॉर्म एवं अन्य शैक्षणिक सामग्री के लिए पालकों पर अनुचित दबाव डालते हैं. इस संबंध में समय-समय पर विद्यालयों को इस पर रोक लगाने के लिए आदेशित किया जाता रहा है. राज्य शासन व संबंधित बोर्ड भी समय-समय पर परिपत्र जारी करता है.
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी इस संबंध में परिपत्र जारी कर चुका है. समस्त विद्यालय प्रबंधन व प्राचार्य विद्यार्थियों, अभिभावकों व पालकों को पुस्तकें, कॉपियां, संपूर्ण यूनिफॉर्म आदि किसी भी एक निश्चित दुकान, विक्रेता, संस्था विशेष से खरीदने के लिए बाध्य नहीं करे.
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दो से अधिक यूनिफॉर्म नहीं रखें
निर्देश में यह भी कहा गया है कि विद्यालयों में प्रबंधन अधिकतम दो से अधिक यूनिफॉर्म नहीं रख सकता है. स्कूल यूनिफॉर्म का निर्धारण इस प्रकार किया जाए कि कम से कम तीन साल तक उसमें परिवर्तन न हो.
मंत्री ने सभी बातों को ध्यान से सुना एवं जल्द से जल्द एक निर्णय लेने का विस्वाश दिलाया. मौके पर
एनएसयूआयी के प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह, एनएसयूआयी सोशल मीडिया की राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर आरुषि वंदना, मीडिया संयोजक आकाश रजवार, जिला महासचिव प्रणव सिंह, टेक्निकल यूनिवर्सिटी कॉर्डिनेटर अमन यादव, गोपाल, आकाश, हिमांशु एवं मौजूद थे.