रांची: राज्य के कृषि मंत्री बादल ने सोमवार को विधानसभा में घोषणा की कि विभिन्न जिलों में बेमौसम बारिश, वज्रपात और ओलावृष्टि से हुई क्षति का आकलन कर सरकार नुकसान की भरपाई करेगी.
विधानसभा में आज पक्ष-विपक्ष के सदस्यों द्वारा विभिन्न हिस्सों में बारिश से फसल, मकान और जान-माल की हुई क्षति का मसला उठाया और सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया.
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प्रश्नोत्तरकाल के दौरान कृषिमंत्री ने सभी सदस्यों को भरोसा दिलाया कि सरकार इस प्राकृतिक आपदा को लेकर गंभीर और संवेदनशील है. उन्होंने बताया कि संबंधित जिलों के उपायुक्तों को क्षतिपूर्ति का आकलन कर तत्काल रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.
राज्य सरकार ने किसान राहत कोष के लिए बजटीय उपबंध किया है. उन्होंने स्वयं लोहरदगा, हजारीबाग, गुमला, गोड्डा, साहेबगंज और अन्य जिलों के उपायुक्तों से बातचीत कर बारिश तथा ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर रिपोर्ट मांगी गयी है. विभाग की ओर से सभी 24 जिलों के उपायुक्तों से 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगयी है और नुकसान के आकलन को लेकर विभाग की ओर से युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है.
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कृषिमंत्री ने बताया कि 11 मार्च को ही लिखे गये पत्र के आलोक में पलामू जिले से रिपोर्ट मिली है, 18 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग की गयी है, 68 घरों को नुकसान पहुंचा है, सभी को तत्काल मुआवजा राशि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. 100 करोड़ रुपये के किसान राहत कोष के माध्यम से अन्य जिलों से रिपोर्ट प्राप्त होने पर सहायता राशि उपलब्ध करायी जाएगी. जहां भी नुकसान हुआ है, सभी प्रभावित परिवारों को सहायता राशि उपलब्ध करायी जाएगी.