रांची: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर राज्य की तमाम स्कूलों में छट्टी कर दी गयी है. लेकिन, मास्टर साहब को स्कूल में हाजिरी देनी पड़ रही है. शिक्षकों को अपने निर्धारित समय से स्कूल आना पड़ रहा है. स्कूल बंद होने की वजह से मास्टर साहब को बच्चों को तो पढ़ाना नहीं पड़ रहा है लेकिन, कार्यालय के काम निपटाने पड़ रहे हैं.
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सरकार ने 14 अप्रैल तक स्कूंलों को बंद रखने का आदेश दे दिया है. शिक्षकों के साथ-साथ कर्मचारियों को भी स्कूल आना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी ओर कोरोना वायरस को लेकर सीबीएसई-आइसीएसई ने 11वीं और 12 वीं की परीक्षा स्थगित कर दी है. इस संबंध में नोटिस जारी कर दी गयी है.
नोटिस में 19 मार्च से 31 मार्च के बीच होने वाली सभी परीक्षाओं को रद्द करने की बात कही गयी है. बोर्ड की 12वीं की परीक्षा 30 मार्च और 10वीं बोर्ड की परीक्षा 31 मार्च को खत्म होने वाली हैं. इन तिथियों के बीच होने वाली परीक्षा की दूसरी तारीख बाद में जारी की जायेगी. हालांकि, सीबीएसई की परीक्षाएं पहले ही रद्द कर दी गयी है लेकिन, शहर के कुछ निजी स्कूलों में अब भी परीक्षाएं संचालित की जा रही हैं.
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डीएवी ग्रुप के ज्यादातर स्कूलों में सभी तरह की परीक्षाएं चल रही हैं. वहीं, इस बारे में कुछ शिक्षकों से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि बच्चों को पढ़ाने से तो छुट्टी मिल गयी है पर स्कूलों में परीक्षाएं खत्म हुई हैं उसका मुल्यांकन कार्य चल रहा है, इस वजह से स्कूल आना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर सीबीएसई ने अपने नोटिस में यह भी कहा है कि बोर्ड परीक्षा के बाद कॉपी जांचने की प्रक्रिया 1 अप्रैल 2020 के बाद शुरू की जा सकती है या फिर इस संबंध में विस्तृत जानकारी बाद में दी जाएगी.
जेईई मेंस की परीक्षा भी स्थागित
इंजीनियरिंग की सबसे बड़ी परीक्षा जेईई मेंस को भी स्थगित कर दिया गया है. इस वर्ष की सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं में लगभग 30 लाख छात्र देशभर से शामिल हो रहे हैं, इसमें दसवीं के 18 लाख और 12वीं के 12 लाख छात्र हैं.
यूजीसी ने 31 मार्च तक परीक्षाओं को रोकने को कहा
इसके साथ विवि अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नोटिस जारी करते हुए सभी विवि में संचालित हो रही परीक्षाओं को 31 मार्च तक रोकने को कहा है. वहीं मूल्यांकन कार्य को भी 31 मार्च तक रोकने को कहा है. यूजीसी ने यह भी कहा है कि शैक्षणिक संस्थान नियमित रूप से विद्यार्थियों के संपर्क में रहे और आवश्यकता पड़ने पर हेल्प लाइन नंबर भी जारी करें. जहां से स्टूडेंट्स अपनी एकेडमिक की जानकारी ले सकें.