साजन मिश्रा,
गोड्डा: विश्वस्तरीय महामारी बनकर उभरी कोरोना वायरस नामक बीमारी ने शासन से लेकर प्रशासन तक कि नींद हराम कर दी है. चाइना से उभरी इस बीमारी ने धीरे-धीरे पूरे दुनिया पर अपनी छाप छोड़कर आमजनों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है, जिससे एहतियातन के लिए केंद्र से लेकर राज्य तक के सरकार सख्त हो गयी है. ऐसे में झारखंड राज्य सरकार हेमंत सोरेन के निर्देश पर जेसीइआरटी रांची के निर्देशक उमाशंकर सिंह ने एक पत्र जारी कर सभी जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक और जिला अपर कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र निर्गत करते हुए अपने-अपने जिलों में सभी तरह से शिक्षण संस्थान एवं कार्यक्रमों पर 14 अप्रैल तक पूर्णरूपेण पाबंदी रखने का फरमान जारी किया है, बावजूद उसके गोड्डा जिले बसंतराय प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न तरह के सरकारी एवं गैर सरकारी शिक्षण संस्थान एवं आंगनबाड़ी केंद्र को प्रतिदिन संचालित किया जा रहा है. ऐसे में स्कूल में उपस्थित होने वाले सभी बच्चे कहीं न कहीं इस जानलेवा बीमारी के बचाव से दूर हो रहे हैं. वहीं प्रखंड क्षेत्र के कई स्कूल के संयोजिका ने साफ तौर पर कहा है कि जब सरकारी फरमान जारी कर स्कूल को बंद करने का निर्देश है फिर स्कूल को संचालित कर बंदी के दौरान मध्याह्न भोजन का संचालित कराना स्कूल प्रबंधन समिति को दवाब पूर्ण तरीके से कार्य करवाना है.
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ज्ञात हो कि देश-विदेश में कहर बरपा रही जानलेवा बीमारी कोरोना को लेकर अभी भीड़भाड़ वाले जगहों पर जाने से रोक लगी है, जिसके एहतियातन के तौर पर स्कूल-कॉलेज तक को बंद करा दिया गया है लेकिन इसके बावजूद बसंतराय प्रखंड क्षेत्र में कई शिक्षण संस्थान प्रतिदिन खुल रही है. ऐसे में अभिभावकों के अंदर भी काफी रोष देखा जा रहा है. अभिभावकों ने गोड्डा जिला उपायुक्त से मांग किया है कि इस प्रकार अपने मनमानी पूर्ण तरीके से संचालित शिक्षण संस्थान के विरुद्ध सख्ती करते हुए प्रखंड पदाधिकारियों को आदेश कर शिक्षण संस्थान को अविलम्ब बंद करवाया जाए.