रामगढ़: सदर अस्पताल रामगढ़ के डॉ. मृत्युंजय कुमार सिंह ने बयान जारी कर कहा कि पिछले 2 दिनों में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है. सभी से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संपर्क स्थापित कर लिया है. कुछ को होम क्वॉरेंटाइन में रखा गया है, तो कुछ को सैंपल कलेक्शन के लिए रिम्स भेजा गया है. लेकिन अभी तक कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है.
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ऐसे में प्रधानमंत्री द्वारा जनता कर्फ्यू लगाना बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने रामगढ़ जिले के सरकारी एवं गैर सरकारी चिकित्सकों से अनुरोध किया है कि प्लान सर्जरी ना करें, उनसे अनुरोध पूर्वक कोरोना संबंधित जानकारी देते हुए आगे का का तारीख दे एवं इमरजेंसी ऑपरेशन की स्थिति में प्रत्येक मरीज के साथ केवल एक अटेंडेंट के रहने की अनुमति दें. महा विनाशक इस बीमारी का आतंक इस कदर प्रभावी है कि रामगढ़ जिले में जो लोग विदेश एवं देश के विभिन्न क्षेत्रों से आ रहे हैं, वह अपनी पहचान छुपाने में लगे हैं. उनका पहचान छुपाना उनके खुद के लिए एवं पूरे समाज के लिए घातक साबित हो सकता है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग आम जनों से अनुरोध करती है कि ऐसे लोगों की पहचान कर इसकी सूचना उपलब्ध कराएं.
जिले के विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं से आह्वान किया जाता है कि अपने-अपने स्तर से लोगों को कोरोना वायरस से बचने के उपाय संबंधित जानकारी देने में और लोगों को इसके लिए जागरूक करने के लिए आगे आए.
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उन्होंने कहा कि रामगढ़ की आम जनता तेज बुखार, सुखी खांसी एवं सांस में तकलीफ होने पर नजदीकी चिकित्सक से संपर्क स्थापित करें. पानी का बोतल अपने साथ रखें और बार-बार इसका इस्तेमाल करें. एंटीबैक्टीरियल साबुन से बार-बार सही तकनीक से हाथ धोएं. चेहरा, नाक और मुंह को कम से कम छुएं और लोगों से कम से कम 3 फीट अथवा 1 मीटर की दूरी बनाकर रहे.