कोरोना वायरस की मार अमरनाथ यात्रा पर भी पड़ गई है. देशव्यापी लॉकडाउन को देखते हुए एक अप्रैल से प्रारम्भ होने वाले अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया है. बोर्ड की ओर से लॉकडाउन समाप्त होने के बाद दशा की समीक्षा कर ही पंजीकरण पर अगला निर्णय करेगा. पूर्व निर्धारित प्रोग्राम के मुताबिक इस वर्ष 23 जून से अमरनाथ यात्रा प्रारम्भ होनी है.
अमरनाथ यात्रा के लिए अमूमन मार्च से यात्री पंजीकरण की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाती थी लेकिन इस वर्ष इसे एक अप्रैल से प्रारम्भ किया जाना था. इस दौरान लॉकडाउन के चलते लोगों की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए पंजीकरण वैसे स्थगित कर दिया गया है. पंजीकरण के लिए बैंक शाखाओं में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिसमें सामाजिक दूरी को भी ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
कोरोना वायरस के चलते पूरा स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम के तरीकों में जुटा हुआ है. यात्रा पंजीकरण के लिए प्रत्येक यात्री को जरूरी तौर पर मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाना होता है, जो मान्यता प्राप्त डॉक्टरों द्वारा संबंधित सरकारी अस्पतालों से बनवाया जाता है.
लॉकडाउन की अवधि बढ़ने की स्थिति में पंजीकरण अवधि को आगे किया जा सकता है. इस वर्ष 42 दिन की यात्रा हो रही है, जबकि 2019 में 46 दिन व 2018 में 60 दिन की यात्रा हुई थी. 2019 में जम्मू और कश्मीर के पुनर्गठन व अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर बने दशा में 32 दिन की ही यात्रा हुई थी. पिछले वर्ष 3.42 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे.