रांची: मुख्य सचिव डॉ. देवेंद्र कुमार तिवारी (डी के तिवारी) 34 वर्षों की सेवा के बाद मंगलवार को सेवानिवृत्त हो गए.
सेवा के अंतिम दिन तमाम प्रशासनिक अधिकारियों ने झारखंड मंत्रालय में एक सादे समारोह में उन्हें भावभीनी विदाई दी. उनके जीवन की एक नई पारी की शुभकामना दी और अच्छे स्वास्थ्य की मंगलकामना की.
गलत होता देख चुप नहीं रह सकते सुखदेवः डॉ. डी के तिवारी
इस अवसर पर डॉ. डी के तिवारी ने कहा कि वे सेवा काल के दौरान अपने तमाम सहयोगियों से मिले स्नेह और सहयोग को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते.
उन्होंने भगवान का शुक्रिया अदा किया कि उन्हें उन जैसा सहयोगी मिला. कहा, सेवा समाप्ति के अवसर पर सोचता हूं तो स्मृति की दीप शिखाएं जल उठती हैं.
मैं उसमें खो जाता हूं. सब बयान नहीं कर सकता. जीवन के इस मोड़ पर (सेवानिवृत्ति के समय) परिस्थितिवश उनके परिजन रांची में उनके साथ नहीं हैं, लेकिन सहयोगियों का अपनापन परिवार सरीखा ही है.
उन्होंने कहा, रोजमर्रा के काम के दौरान कभी-कभी सहयोगियों से अप्रसन्न भी हुआ. गुस्सा भी जाहिर की, लेकिन मेरे व्यक्तिगत संबंध हमेशा अच्छे रहे.
विकास आयुक्त सुखदेव सिंह को अपना बेहतर उत्तराधिकारी बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में प्रशासन को नई दिशा मिलेगी.
वे एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो गलत होता देख चुप नहीं रह सकते. वहीं वह किसी निरीह की मदद के लिए किसी भी हद तक जाने का माद्दा रखते हैं.
कहानियां सुन डरा रहता था तिवारी सर सेः सुखदेव सिंह
डॉ. डी के तिवारी की विदाई के अवसर पर विकास आयुक्त सुखदेव सिंह ने भी स्मृतियों के पन्ने पलटे. उन्होंने कहा कि वह तिवारी सर के संबंध में दूसरों से कहानियां सुन-सुन कर डरे रहते थे.
दिल-दिमाग पर उनकी कड़क इमेज बनी हुई थी. लेकिन गुमला में एक बार पूरे दिन एक साथ रहा, बातें की, तब जाना कि वे कितने सहज और सहृदय हैं.
रूल, रेगुलेशन पर उनकी पकड़ का कायल पूरी प्रशासनिक बिरादरी थी. उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति की तारीख तो उसी दिन तय हो जाती है, जब हम सेवा में आते हैं. उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की.. कि उनका मार्गदर्शन हमेशा मिलता रहेगा.
डॉ. डी के तिवारी से हमेशा प्रेरणा मिलती रहीः अरूण कुमार सिंह
अपर मुख्य सचिव अरूण कुमार सिंह ने कहा कि डॉ. डी के तिवारी से न सिर्फ उन्हें, बल्कि पूरी प्रशासनिक बिरादरी को हमेशा प्रेरणा मिलती रही है.
उन्होंने उनके साथ अपने नजदीकी संबंधों को याद किया. कहा, देश-विदेश की जानकारी और किसी भी विषय पर डॉ. तिवारी की गहरी जानकारी उनसे बात करने को उकसाती रहती है. उन्हें हमेशा मदद को तैयार अधिकारी बताते हुए उन्होंने उनकी नई पारी की शुभकामना दी.
वीकली मीटिंग के रूल से बहुत फायदा मिलाः एपी सिंह
प्रधान सचिव एपी सिंह ने डा. डी के तिवारी द्वारा मामलों के लीगल पक्ष पर हमेशा फोकस करने के प्रयासों को सराहते हुए कहा कि इससे बहुत फायदा हुआ.
वहीं तिवारी द्वारा वीकली मीटिंग का कंसेप्ट देने को प्रशासनिक सुधार जैसा बताया.
विदाई समारोह में ये थे शामिल
विदाई समारोह में सुखदेव सिंह, अरूण कुमार सिंह, एल ख्यांगते, ए पी सिंह, राजीव अरूण एक्का, शैलेश कुमार सिंह, नीतिन मदन कुलकर्णी, अजय कुमार सिंह, के के सोन, राहुल शर्मा, विनय कुमार चौबे, हिमानी पांडेय, आराधना पटनायक, पूजा सिंघल, के रवि कुमार, सुनील कुमार, अमिताभ कौशल, अबु बक्कर सिद्दीकी, प्रवीण टोप्पो, प्रशांत कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.