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हिंदपीढ़ी का 8 हजार घरों का होगा स्क्रीनिंग
रांची: हिंदपीढ़ी से कोरोना पाॅजिटिव मलेशियन महिला के संपर्क को लेकर प्रशासन द्वारा रेलवे व उक्त महिला के मोबाइल लोकेशन से जांच करायी गई. जिसमें कुल 107 लोगों को चिन्हित किया गया है.
जिनके क्वारंटाइन करने की प्रक्रिया की जा रही है. उक्त बातें रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे ने प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए बताया कि कुछ लोगों द्वारा उक्त मलेशियन महिला के रिपोर्ट पर संदेह व्यक्त की जा रही है.
इसमें स्पष्ट है कि उक्त महिला ए सिमटमेटिक पाॅजिटिव महिला थी. आईसीएमआर पुणे से पाॅजिटिव रिपोर्ट की पुष्टि हुई है.
दुनियाभर में ऐसे 20 से 25 प्रतिशत ए सिमटमेटिक पाॅजिटिव मामले सामने आये हैं. उन्होंने बताया कि ए सिमटमेटिक पाॅजिटिव मामलों में प्रारंभिक लक्षण नहीं प्रदर्शित होते हैं.
इसलिए उक्त महिला में कोई सिमटम्स नजर नहीं आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि हिंदपीढ़ी क्षेत्र के कुल 8 हजार मकानों का स्क्रीनिंग कराया जा रहा है. स्क्रीनिंग का कार्य गुरुवार से प्रारंभ कर दी गई है जिसमें एक सौ से अधिक टीमों को लगाया गया है.
रेल बोगी से रांची के 35 लोग चिन्हित
उपायक्त ने बताया कि उक्त महिला का आगमन 17 मार्च को रांची में राजधानी से हुआ है. उक्त ट्रेन के बी-वन कोच में रांची जिला के 35 लोगों को चिन्हित किया गया है.
इनके अलावा 15 ट्रेन के स्टाॅफ व अन्य तीन ऐसे लोग भी हैं, जो उक्त महिला के संपर्क में आये थे. इन सभी लोगों को क्वारंटाइन व आइसोलेट करने की प्रक्रिया की जा रही है.
अन्य जिलों को भी दी गई सूचना
उपायुक्त ने बताया कि उक्त महिला के साथ रेल से आने वाले अन्य जिलों को भी इसकी सूचना दे दी गई है. उक्त रेलगाड़ी से उस दिन रामगढ़, हजारीबाग, बोकारो व लोहरदगा, के भी कुछ लोगों के आने की सूचना है. इन जिलों के जिलाअधिकारियों को सूचना दी गई है. जिस पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.
स्क्रीनिंग कार्य में रुकावटों का किया गया समाधान
हिंदपीढ़ी क्षेत्र के कुल 8 हजार मकानों का स्क्रीनिंग कराया जाना है. गुरुवार को स्क्रीनिंग प्रारंभ करने में कुछ स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था, लेकिन स्थानीय प्रबुद्धजनों के सहयोग से स्क्रीनिंग का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.
उन्होंने समाज के सभी राजनीतिक दलों व प्रबुद्धजनों से अनुरोध किया कि यह कार्य लोगों को सुरक्षित रखने के लिए किया जा रहा है.
इसमें सबों का सहयोग जरुरी है. प्रशासन के साथ-साथ जांच कर रही मेडिकल टीमो का भी सहयोग करें. उन्होंने बताया कि लाउडस्पीकर से भी लेागों से सहयोग की अपील की जा रही है.
1200 रुपये प्रतिदिन पर उप्लब्ध होगा प्राइवेट क्वारंटाइन सेंटर
उपायुक्त ने बताया कि बाहर कार्य करने वाले यदि कोई व्यक्ति नीजि रुप से स्वयं को आइसोलेट रखना चाहता है तो इसके लिए रांची के विभिन्न होटलों को भी सेंटर बनाया गया है. इन होटलों में प्रति दिन 1200 रुपये का भुगतान कर कोई भी व्यक्ति स्वयं को प्राइवेट आइसोलेट रख सकता है.
खेलगांव में दी जा रही है पूरी सुविधा
उपायुक्त ने बताया कि खेलगांव में राष्ट्रीय स्तर की पूरी सुविधा है. हर आवश्यक सुविधाओं के साथ खेलगांव में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, जहां रहने में किसी को कोई असुविधा नहीं हो रही है.
पूर्व से भी वहां 21 लेागों को क्वारंटाइन कर रखा गया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा खेलगांव के क्वारंटाइन सेंटर पर सवाल खड़ा किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा खेलगांव क्वारंटाइन सेंटर में हर संभव सुविधा दी जा रही है. निश्चित रुप से अब वहां कोई घर जैसा सुविधा खोजे तो नहीं मिल सकता है.
फेक वीडियो को लेकर मामला दर्ज
रांची के विभिन्न सोशल मीडिया पर ब्राम्बे का एक फेक विडिया वायरल किया गया था, जिसमें उक्त विडिया को ब्राम्बे सेंट्रल विश्वविद्यालय का बताया गया था.
जांच के क्रम में उक्त विडियो को गलत पाया गया और उसे वायरल करने वालें के विरुद्ध एफआईआर दर्ज किया गया है.
उक्त जानकारी देते हुए एसएसपी अनीष गुप्ता ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा बगैर किसी पुष्टि के कुछ मैसेज भेजे जा रहे हैं.
साथ ही इससे सांप्रदायिकता से जोड़ा जा रहा है, जो गलत है. ऐसे 50 लोगों को चिन्हित किया गया है. उन्होंने कहा कि अफवाह के कारण प्रशासन को भी कार्य करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
सोशल मीडिया की माॅनिटरिंग टीम का गठन
एसएसपी अनीष गुप्ता ने बताया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें प्रसारित करने पर रोक लगाने के लिए रांची जिला में सोशल मीडिया की माॅनिटरिंग टीम का गठन कर दिया गया है. जो गुरुवार से ही काम करना प्रारंभ कर दी है.
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर भेजे जा रहे हर खबर पर पूरी नजर रखी जा रही है. ऐसे भ्रामक खबरे चलाने वाले लोग समाज के दुश्मन हैं. जिन्हें चिन्हित करने की आवश्यकता है.