रांची: आज का पंचांग, आपका दिन शुभ (मंगलमय) हो.
●कलियुगाब्द…….5122
●विक्रम संवत्……2077
●शक संवत्………1942
●मास………..चैत्र
●पक्ष……….शुक्ल
●तिथी……..दशमी
रात्रि 12.54 पर्यंत पश्चात एकादशी
●रवि……उत्तरायण
●सूर्योदय..प्रातः 06.17.19 पर
●सूर्यास्त..संध्या 06.43.06 पर
●सूर्य राशि……..मीन
●चन्द्र राशि…….कर्क
●नक्षत्र…………..पुष्य
संध्या 06.32 पर्यंत पश्चात अश्लेषा
●योग……..सुकर्मा
दोप 01.02 पर्यंत पश्चात धृति
●करण……..तैतिल
दोप 01.51 पर्यंत पश्चात गरज
●ऋतु………..बसंत
●दिन……….शुक्रवार
आंग्ल मतानुसार :-
03 अप्रैल सन 2020 ईस्वी ।
★ शुभ अंक…………..6
★ शुभ रंग……आसमानी
अभिजीत मुहूर्त :-
दोप 12.05 से 12.54 तक ।
राहुकाल (अशुभ) :-
प्रात: 10.57 से 12.30 तक ।
दिशाशूल :-
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
चौघड़िया :-
प्रात: 07.52 से 09.24 तक लाभ
प्रात: 09.24 से 10.57 तक अमृत
दोप. 12.29 से 02.01 तक शुभ
सायं 05.06 से 06.38 तक चंचल
रात्रि 09.33 से 11.01 तक लाभ ।
आज का मंत्र :-
॥ ॐ दिव्यात्मने नम: ॥
सुभाषितानि (राजधर्म) :-
आत्मनश्र्च परेषां च यः समीक्ष्य बलाबलम् ।
अन्तरं नैव जानाति स तिरस्क्रियतेडरिभिः ॥
◆ अर्थात :- खुद के और दूसरे के बल का विचार करके जो योग्य अंतर नहीं रखता वह (राजा) शत्रु के तिरस्कार का पात्र बनता है.
आरोग्यं सलाह :-
◆◆ बेल के औषधीय गुण –
◆ 1. बेल के पत्तों का रस पिलाने से नाक से खून निकलने की समस्या से निजात मिलता है.
◆ 2. बेल की जड़ का काढ़ा पीने से बुखार और श्वास रोग में ह्रदय की धड़कन शांत होती है, रोगी की घबराहट दूर होती है.
◆ 3. पेट में कीड़े होने की स्थिति में तीन-चार दिन तक बेल के पत्तों का रस पिलाने से सभी तरह के कीड़े दूर होते हैं.
◆ 4. बेल के पत्तों के रस का सेवन करने से पसीने से दुर्गध आने की समस्या दूर होती है.
◆ 5. बच्चों को दस्त होने पर दिन में 3-4 बार बेल का गूदा खिलाने से बहुत लाभ होता है.